पूर्व भारतीय क्रिकेटर आकाश चोपड़ा का कहना है कि साल 2019 में विराट कोहली के नेतृत्व वाली भारतीय टीम विश्व कप इसलिए नहीं जीत सकी क्योंकि भारत के पास विश्व कप जीतने वाली टीम नहीं थी. आकाश ने विराट की इस टीम को धोनी की 2011 वाली टीम से कमजोर बताया है.
आकाश चोपड़ा ने किया तुलनात्मक विश्लेषण
दरअसल अपने यूट्यूब चैनल पर आकाश चोपड़ा ने दो टीमों का चयन किया हैं. उन्होंने कहा कि सचिन तेंदुलकर और रोहित शर्मा में से किसी एक को चुनना कठिन है. रोहित ने एक वर्ल्ड कप संस्करण में पांच शतक जरुर जड़े हैं. लेकिन सचिन और रोहित में से एक चुनना मुश्किल है. इसके बाद उन्होंने कहा कि केएल राहुल, धवन और सहवाग में से मेरा दिल सहवाग को रखने के लिए कहता है.
आकाश चोपड़ा ने 2011 के वर्ल्ड कप में खेलने वाले गौतम गंभीर की तुलना विराट कोहली से करते हुए कोहली को गंभीर से आगे बताया. इसके अलावा उन्होंने ऋषभ पन्त, हार्दिक पांड्या और दिनेश कार्तिक के साथ युवराज की तुलना करते हुए युवी का चयन किया. बतौर विकेटकीपर महेंद्र सिंह धोनी और पांड्या की तुलना में धोनी को तवज्जो दी गई.
बुमराह और जहीर को बताया बराबर
हरभजन सिंह को मैच विनर मानते हुए आकाश चोपड़ा ने जडेजा के साथ तुलना करते हुए दोनों को बराबर माना. बल्लेबाजी और फील्डिंग में जडेजा आगे दिखाए दिए. जहीर खान और बुमराह को आकाश चोपड़ा ने बराबर मैच विनर माना. मोहम्मद शमी को मुनाफ पटेल से आगे मानते हुए आकाश चोपड़ा ने शमी को तरजीह दी. इसके अलावा कुलदीप यादव और चहल से आगे आशीष नेहरा को रखा गया.
धोनी की टीम विराट से आगे
आकाश चोपड़ा ने बताया कि 2011 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में जीतने वाली टीम को 2019 की भारतीय टीम को तुलनात्मक रूप से देखा जाए तो धोनी की टीम आगे नजर आती है. विराट कोहली की कप्तानी वाली टीम में मैच जिताऊ खिलाड़ी ज्यादा नहीं थे. आपको बता दें कि 2011 के वर्ल्ड कप में हर भारतीय खिलाड़ी का अहम योगदान रहा था. यही कारण था कि टीम ने ख़िताब जीता.