साउथ अफ्रीका के खिलाड़ी पर मैच फिक्सिंग में पकड़े जाने के कारण लगा दो साल का प्रतिबंध 1

एक बार फिर से क्रिकेट जगत में हुई शर्मनाक घटना जिसके चलते क्रिकेट जगत को शर्मशार होना पड़ रहा है और लोगों के मन में फिर से सवाल उठने लगने हैं. कुछ खिलाड़ी अपनी शर्मनाक हरकतों के चलते इस खेल को खराब करते आ रहे हैं.

पहले पाकिस्तान के खिलाड़ियों का नाम फिक्सिंग में सबसे ज्यादा आता था, लेकिन अब इस श्रेणी में दक्षिण अफ्रीका भी शामिल हो गया है. जी हाँ दक्षिण अफ्रीका के सलामी बल्लेबाज अल्विरो पीटरसन को अफ्रीका क्रिकेर्ट बोर्ड ने स्पॉट फिक्सिंग में दोषी पाया है और उनके ऊपर दो साल तक क्रिकेट के किसी भी प्रारूप में खेलने के लिए प्रतिबंध लगा दिया है.

Advertisment
Advertisment

यह भी पढ़े : विडियो : मैदान के बाहर एक दर्शक ने पकड़ा ब्रेंडन मैकुलम का असंभव कैच

36 वर्ष के अल्विरो पीटरसन ने अफ्रीका के लिए आखिरी टेस्ट मैच साल 2015 में खेला था और इन दिनों वह रैम स्लैम में हाईवेल्ड लायंस के लिए खेल रहे हैं जहाँ पर फिक्सिंग का मामला सामने आया है.

नवम्बर महीने में पीटरसन के ऊपर अफ्रीका क्रिकेट बोर्ड ने फिक्सिंग के लिए चेताया था उसके बावजूद भी वह फिक्सिंग के लिए स्पॉट बॉय से मिले और उन्हें इसमें दोषी पाया गया.

यह भी पढ़े : विडियो : मुरली विजय ने पकड़ा मोईन का कठिन कैच जिसके बाद कोहली ने किया कुछ ऐसा जिसने सभी कों किया हैरान

Advertisment
Advertisment

फिक्सिंग में पकड़े जाने के बाद अल्विरो ने सबके सामने अपनी गलती मानी और अपने ऊपर लगे आरोपों को सही बताते हुए सजा भुगतने के लिए तैयार हूँ यह बयान दिया.

फिक्सिंग के बारे में अल्विरो ने कहा,

“जब मैं गुलाम बोदी से मिला तब मुझे फिक्सिंग के बारे में कुछ पता नहीं था. उसने मुझे रुपए देने के लिए कहा लेकिन मैंने मना किया और क्रिकेट बोर्ड को सूचित करने की कोशिश की लेकिन मैं असफल रहा. रुपए लेने का मेरा कोई इरादा नहीं था इसके लिए मैं अपनी गलती स्वीकार करता हूँ.”

यह भी पढ़े : चेन्नई टेस्ट : विडियो : मैदान पर अपना आपा खो बैठे लोकेश राहुल, किया अभद्र भाषा का इस्तेमाल

अल्विरो पीटरसन पहले ऐसे खिलाड़ी नहीं हैं जो फिक्सिंग में पकड़े गए हैं उनके पहले भी कई अफ्रीकी खिलाड़ी इस शर्मनाक हरकत में लिप्त पाए गए हैं. इस तरह की घटनाए क्रिकेट खेल को हमेशा शर्मसार करती हैं लोगो के जेहन में क्रिकेट के प्रति गलत असर पड़ता है. खिलाड़ियों को एस तरह की घटनावों से बचना चाहिए.