इतिहास के पन्नो से: चैम्पियन्स ट्राफी में न्यूज़ीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शर्मनाक प्रदर्शन कर विश्व क्रिकेट से बाहर हुई अमेरिका 1

चैम्पियंस ट्रॉफी का आगाज होने में कुछ दिन ही शेष हैं। इसके लिए विश्व क्रिकेट की शीर्ष आठ टीमें पूरी तरह तैयार होकर मैदान में उतरेंगी। 1 जून से इंग्लैंड में खेले जाने वाले इस टूर्नामेंट में रोमांच का जबर्दस्त तड़का लगने वाला है। भारत और पाकिस्तान के अलावा दूसरे देशों के मैच देखना दिलचस्प होगा। जहां विश्व के कई देश क्रिकेट में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने की होड़ में लगे हैं, वहीं दूसरी ओर विश्व के ताकतवर देश इससे दूरी बनाए हैं, जिनमें चीन और अमेरिका प्रमुख है। लेकिन दिलचस्प बात यह है कि अमेरिका एक बार अपना भाग्य आजमा चुका है। आईपीएल से बैंगलोर के बाहर होने के बाद खुद कोच डेनियल विटोरी ने उठाया राज से पर्दा बताया वो कारण जिसकी वजह से बाहर हुई टीम

2004 में दिखी थी अमेरिकी टीम –

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अमेरिका विश्व का सबसे ताकतवर देश माना जाता है। यह देश ओलंपिक में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करता है। अमेरिका के एथिलीट और दूसरे खिलाड़ी ओलपिंक में हर साल मेडल जीतते हैं। लेकिन क्रिकेट के मामले में यह देश काफी पीछे है। अमेरिका की क्रिकेट टीम 2004 में पहली बार चैम्पियंस ट्रॉफी के दौरान देखने को मिली थी। उसके बाद फिर कभी नहीं देखी गयी। इस दौरान अमेरिकी टीम क्रिकेट में भी अपना भाग्य आजमाया था, लेकिन दुर्भाग्यवश सफलता हासिल नहीं कर सकी।

सोच के विपरीत देखने को मिला था प्रदर्शन –

विश्व के नजर में अमेरिका की छवि एक मजबूत देश की है। विश्व के अधिकतर लोगों का मानना है कि अमेरिका शक्तिशाली राष्ट्र है। यहां तक की खेलों में भी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देखने को मिलता है। अमेरिका ओलंपिक में हर बार कई मेडल जीतता है। दिलचस्प बात यह है कि क्रिकेट को छोड़ लगभग सभी खेलों में अव्वल दर्जे का प्रदर्शन करता है। लिहाजा 2004 में लोगों का ऐसा मानना था कि क्रिकेट में भी अमेरिका का दबदबा देखने को मिलेगा। इस देश के खिलाड़ी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे। लेकिन ऐसा नहीं हुआ।

इस तरह रहा था अमेरिकी टीम का पहले मैच में प्रदर्शन –

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अमेरिका ने 2004 में चैम्पियंस ट्रॉफी के दौरान पहला मैच न्यूजलैंड के खिलाफ खेला था। इस मैच पर पूरा विश्व नजर गड़ाये था। अमेरिका ने टॉस जीतकर फील्डिंग करने का फैसला लिया था। इस दौरान न्यूजीलैंड ने पहले बल्लबाजी करते हुए 50 ओवरों में 347 रन बना डाले। इसके जवाब में उतरी अमेरिकी टीम 42.4 ओवरों में 137 रन बनाकर ऑल आउट हो गयी और मैच में करारी का हार का सामना किया था।    फाइनल मैच में मिली हार के बाद स्टीव स्मिथ ने जयदेव उनादकट और सुंदर की नहीं बल्कि मुंबई के इस खिलाड़ी की किया तारीफ

कंगारुओं के खिलाफ खेला था दूसरा मैच –

अमेरिका ने इसी टूर्नामेंट में दूसरा मैच आस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ खेला था। इस मैच में आस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर अमेरिका को बल्लेबाजी का न्यौता दिया था। पहले बल्लेबाजी करते हुए अमेरिकी टीम महज 65रनों पर सिमट गयी। इस पारी में अमेरिकी खिलाड़ी सिर्फ 24 ओवर ही खेल पाये थे। इस छोटे लक्ष्य का पीछा करने उतरी आस्ट्रेलियाई टीम ने महज 1 विकेट खोकर 7.5 ओवरों में मैच जीत लिया था। इस मैच के बाद अमेरिकी टीम कहां गयी इसका किसी को अंदाजा तक नहीं है। इसके बाद कभी भी अमेरिका के खिलाड़ियों को क्रिकेट खेलते हुए नहीं देखा गया।