मोहम्मद अजहरुद्दीन ने भारतीय क्रिकेट टीम के लिए काफी समय तक कप्तानी की थी और अच्छा कैरियर रहा था, इनकी कप्तानी में भारत ने 1992, 1996 और 1999 का विश्व कप खेला था। हालांकि भारत को जीत एक बार भी नहीं दिला पाए थे। साल 2000 में इन्हें मैच में स्पॉट फिक्सिंग के मामले में आजीवन प्रतिबन्धित कर दिया गया था लेकिन 2012 में इनके ऊपर लगे प्रतिबन्ध को हटा दिया था। लेकिन कुछ दाग अभी भी लगे हुए है।
खेल पत्रकार बोरिया मजुमदार ने अपनी पुस्तक ‘इलेवन गॉड्स एंड अ बिलियन इंडियंस’ में एक वाकये का जिक्र किया है। इसमें लिखा है कि साल 3 जून 2017 को अगले ही दिन बर्मिंघम के एजबेस्टन क्रिकेट मैदान पर भारत तथा पाकिस्तान के मध्य चैंपियंस ट्रॉफी का मुकाबला खेला जाना था। जिसमें पूर्व क्रिकेटर मोहम्मद अजहरुद्दीन को टिकट नहीं मिल रही थी, उस दौरान ये इंडिया टुडे के विशेष कार्यक्रम में आये हुए थे।
स्पेशल कार्यक्रम के समाप्त होने के बाद क्रिकेटर मोहम्मद अजहरुद्दीन ने उस मैच के लिए टिकट की अभिलाषा की। लेकिन उन्हें काफी देर तक इन्तजार करने के बावजूद भी टिकट नहीं मिल पायी। यह बहुत अजीब लगता है कि भारत के लिए एक या दो नहीं बल्कि तीन विश्व कप में कप्तानी की और उन्हें ही मैच का टिकट नहीं मिला। इसके बाद एक पूर्व खिलाड़ी ने शो के प्रोड्यूसर को यह सुझाव दिया कि वह टिकट का प्रबंध करवाने हेतु आईसीसी के सम्पर्क करें लेकिन बात नहीं बन पायी।
कैसा रहा था मोहम्मद अजहरुद्दीन का क्रिकेट कैरियर
इन्होंने भारतीय क्रिकेट टीम के लिए 99 टेस्ट और 334 वनडे मैच खेले थे जिसमें इन्होंने टीम के लिए कुल 6,216 और 9,378 रन बनाये थे जिसमें इनके टेस्ट में 22 और वनडे में 7 शतक बनाये थे। इन्होंने अपना आखिरी अंतर्राष्ट्रीय मुकाबला साल 2000 में खेला था। इनके ऊपर आजीवन प्रतिबन्ध भी साल 2000 में ही लगाया था लेकिन 2012 में उनके ऊपर लगे इस प्रतिबन्ध को हटा दिया था।