महिला क्रिकेट की दिग्गज खिलाडी इंग्लैंड की चार्लोट एडवर्ड्स ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला किया है.
दाएं हाथ की बल्लेबाज चार्लोट एडवर्ड्स अकेली इंग्लैंड की पुरूष या महिला में 200 अंतरराष्ट्रीय मैचों में कप्तानी करने वाली खिलाडी है. और महिला क्रिकेट का सबसे बड़ा चेहरा थी. एडवर्ड ने 16 साल की उम्र में 1995 में इंग्लैंड के लिए पदार्पण किया. एडवर्ड 20 सालों तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेला, और 10 हजार से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय रन बनाए.
वे पहिली महिला थी जो MCC वर्ल्ड क्रिकेट कमेटी की सदस्य थी. एडवर्ड प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेलती रहेगी, और कैन्ट की कप्तानी भी करेगी इस समर.
एडवर्ड 2008 में सर्वश्रेष्ठ महिला खिलाड़ी बनी थी, और 2014 में विस्डेन ने भी उनको सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी के तौर पर सम्मानित किया था.
एडवर्ड ने अपने संन्यास लेने पर कहा, ये फैसला मैने इंग्लैंड के कोच मार्क रॉबिनसन और इंग्लैंड महिला क्रिकेट डायरेक्टर क्लेर कॉनर से बात करके लिया.
उन्होंने कहा, मुझे अब ये लगता है,कि अब नया कप्तान बनना चाहिए, और नये युवा खिलाड़ियो को मौका मिलना चाहिए.
मैनें कोच से बात की, और वे अब नयी टीम बनाना चाहते है, और मै उनके बात से सहमत हू. मै कोच मार्क की बातों से सहमत हू, और ये नया दौर है, और अब नये खिलाड़ियों को मौका मिलना चाहिए.
एडवर्ड के नाम टी ट्वेंटी और वनडे में सबसे ज्यादा रन है, और उनकी कप्तानी में इंग्लैंड ने 2009 में वनडे और टी ट्वेंटी विश्वकप जीता था, और एशेज भी जीती थी.
उन्होंने कहा, सभी लोग मुझे जानते है, और मुझसे प्यार करते है, और इसलिए ये फैसला करना काफी मुश्किल भरा था.
ईसीबी चीफ ने कहा, एडवर्ड ने क्रिकेट में काफी कुछ हासिल किया है, और इस कामियाबी को हासिल करना काफी मुश्किल है.
एडवर्ड को देखकर कई महिलाओं ने हाथ में बल्ला और गेंद पकडा, और क्रिकेट से जुडी.
ईसीबी महिला क्रिकेट बोर्ड डायरेक्टर ने कहा, एडवर्ड की जितनी तारीफ करे कम है. एडवर्ड ने इंग्लैंड महिला क्रिकेट के लिए अपना पुरा जीवन समर्पित किया. 20 सालों तक एडवर्ड ने इंग्लैंड महिला क्रिकेट को संभाला, जिसकी बराबरी करना असंभव है. क्रिकेट के लिए उन्होंने सबकुछ दाव पर लगाया, और उनका पहला प्यार ही क्रिकेट रहा है. एडवर्ड सिर्फ महिला क्रिकेटर ही नहीं, बल्की पूरे खेल जगत में महिलाओं के लिए एक प्रेरणा है. और उनकी जितनी तारीफ करे उतनी कम है.
2009 और 2013 में इंग्लैंड को खिताब जीताने वाली एडवर्ड का प्रदर्शन इस साल के विश्वकप में भी अच्छा रहा, और उनको 2 मैन अॉफ द मैच अवॉर्ड भी मिले.
एडवर्ड पहली महिला खिलाडी थी, जिसने टी ट्वेंटी में 2500 रन बनाए. एडवर्ड की कमी महिला क्रिकेट में हमेशा खली जाएगी.
एडवर्ड के रिटायर होने के बाद, अब साराह टेलर इंग्लैंड की कप्तान बन सकती है.