आख़िरकार ऑस्ट्रेलिया के महान खिलाड़ी ने लिया संयास 1

ऑस्ट्रेलिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज़ क्रिस रॉजर्स ने एक वर्ष पहले अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की थी, और  अब 39 वर्षीय सलामी बल्लेबाज़ रॉजर्स ने घरेलु क्रिकेट से भी संन्यास की घोषणा कर दी हैं. 32 वर्ष की उम्र में ऑस्ट्रेलिया के लिए पदार्पण करने वाले रॉजर्स ने अपने छोटे से टेस्ट करियर से दौरान शानदार प्रदर्शन किया. वर्ष 2013 एशेज सीरीज में इंग्लैंड को बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा था, जिसमे रॉजर्स ने ऑस्ट्रेलिया की ओर से खेलते हुए अहम भूमिका निभाई थी.

यह भी पढ़े: क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने चुनी महानतम भारतीय एकादश, देखे कौन है टीम का कप्तान

Advertisment
Advertisment

हाल में, सलामी बल्लेबाज़ रॉजर्स इंग्लिश काउंटी टीम समरसेट के हिस्सा रहे. रॉजर्स ने अपने आखिरी मैच में समरसेट की ओर से खेलते हुए मैच की दोनों पारियों में शतक लगाते हुए 232 रन बनाये, जिस मदद से समरसेट ने मैच 325 रनों से जीता. 325 रनों की बड़ी जीत से साथ समरसेट 226 अंको से साथ प्रतियोगिता में पहले पायदान पर आ गई है और अपने पहले चैंपियनशिप खिताब के बेहद नजदीक नज़र आ रही हैं.

संन्यास के फैसले में बारे में बोलते हुए, क्रिस रॉजर्स ने कहा कि, एक अनुभवी खिलाड़ी के रूप में खड़े होकर मिलने वाला अभिनंदन हमेशा याद करेगे.

क्रिस रॉजर्स ने कहा “मेरे लिए इतना काफी हैं. मेरा करियर बेहद अच्छा रहा और यह समाप्त भी बेहद शानदार तरीके से हुआ. मैं बुड्ढा हो रहा हूँ. मैं खेल को बहुत मिस करूँगा और क्राउड का खड़े होकर अभिनंदन करना बेहद खास हैं, लेकिन यह सब करियर में होता है और अब आगे बढ़ने का समय है”.

“जब सीजन शुरू हुआ था तो हमारी टीम को कोई भी जीत दावेदार नहीं मान रहा था, लेकिन हमारा आत्मविश्वास ही हमे आगे ले सकता था, और आज देखो हम कहाँ पहुँच गए हैं.”

Advertisment
Advertisment

यह भी पढ़े: भारतीय दिग्गज क्रिकेटर्स और उनकी एक्स

“मैं मेरे कुछ मिडिलसेक्स के दोस्तों को आज जरुर मैसेज करूँगा, मुझे पता है उनके ड्रेसिंग रूम में क्या चल रहा हैं. वो यॉर्कशायर को हारने के लिए पूरी कोशिस करेगे. हम खिताब की दौड़ से बाहर हो चुके है, लेकिन लॉर्ड्स के मैदान पर यॉर्कशायर के विरुद्ध जीत से ख़ुशी ही अलग होगी, यह बहुत रोमांचक होगा”.

क्रिस रॉजर्स ने वर्ष 2008 में भारत के विरुद्ध पर्थ के मैदान से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया, जिसके बाद वह 5 वर्षो तक ख़राब फॉर्म के कारण टीम से बाहर रहे. वर्ष 2013 में दोबारा वापसी करने बाद रॉजर्स ने 25 टेस्ट मैचो में 5 शतको की मदद से 2015 रन बनायें. रॉजर्स ने वर्ष 1998-99 में प्रथम-श्रेणी क्रिकेट में पदार्पण किया, जहाँ वह विक्टोरिया की टीम से शील्ड क्रिकेट खेलते रहे.

यह भी पढ़े: एमएस धोनी ने कभी भी युवराज और गंभीर के चयन का विरोध नहीं किया 

Gautam

I am Gautam Kumar a Cricket Adict, Always Willing to Write Cricket Article. Virat and Rohit are My Favourite Indian Player.