विश्व कप 2019 की शुरुआत हो चुकी है. इस बार का विश्व कप इंग्लैंड और वेल्स में खेला जा रहा है. इस विश्व कप का फाइनल मैच 14 जुलाई को लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर खेला जायेगा. पाकिस्तान के खिलाफ हुए मैच में हारने के बाद दक्षिण अफ्रीका की टीम विश्व कप से बाहर हो गयी है. जिस कारण डेविड मिलर और कैगिसो रबाडा ने व्यक्त की अपनी निराशा.
पाकिस्तान के साथ आर पार का मुकाबला
विश्व के शुरुआत मे दक्षिण अफ्रीका को उन टीमों मे शुमार किया गया था जो विश्व की प्रबल दावेदार मानी जा रही थी.ना जाने किस वजह से इस बार दक्षिण अफ्रीका का प्रदर्शन बद से बदतर रहा.
रविवार को पाकिस्तान सके साथ दक्षिण अफ्रीका का करो य मरो का मुकाबला था, इस मैच में जीत दर्ज करनी वाली टीम टूर्नामेंट के सेमीफाइनल का रास्ता साफ़ करती पर दक्षिण अफ्रीका की टीम यहाँ भी 49 रन से हार गई.
इस बार दक्षिण अफ्रीका की बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों ही कमजोर कड़ी थी. अफ़ग़ानिस्तान के अलावा दक्षिण अफ्रीका 8 टीमों से हार गई है. पाकिस्तान से हार के बाद दक्षिण अफ्रीका 9 वें स्थान पर आ गई है.
डेविड मिलर ने दक्षिण अफ्रीका की बल्लेबाजी पर जताई निराशा
दक्षिण अफ्रीका टीम के किसी भी खिलाड़ी ने पूरे टूर्नामेंट मे एक भी शतक नहीं बनाय अब उनके लिए दो मैच शेष हैं, बल्लेबाज कुछ खास और असाधारण प्रदर्शन करना चाहेंगे क्योंकि अभी उन्हें शतक बनाना बाकी है. इसके लिए सबकी नजर है मध्य क्रम के बल्लेबाज डेविड मिलर पर.
मिलर ने बताया की हमारे पास पूरे टूर्नामेंट मे पर्याप्त सौ साझेदारियाँ या पचास साझेदारियाँ भी नहीं थीं और सब जानते है इस तरह से क्रिकेट नहीं खेला जाता है. हमने अपनी बल्लेबाजी पर ध्यान नहीं दिया यही करण है की हम इस टूर्नामेंट मे अपनी जगह नहीं बना पाए. दक्षिण अफ्रीका के पास इस विश्व कप के नाम पर सिर्फ एक शतक है, जिसे क्विंटन डी कॉक और हाशिम अमला ने अफगानिस्तान के खिलाफ अपनी एकमात्र जीत में साझा किया.
मिलर ने कहा कि
“एक बल्लेबाजी इकाई के रूप में, हमने शुरुआत की थी और हमने इस पर भी जोर नहीं दिया और यह पूरी प्रतियोगिता में हुआ, मुझे ऐसा नहीं लगता कि मेरा आत्मविश्वास कम है. हम नहीं जीते हैं इसलिए आप बहुत सारी अलग-अलग चीजों को देखना शुरू करते हैं जहां हम बेहतर कर सकते थे.”
कगिसो रबाडा का टीम को लेकर यह है मानना
दक्षिण अफ्रीका के दिग्गज गेंदबाज कगिसो रबाडा ने बताया की यह बात स्वीकार करना बहुत मुश्किल है की हम अब टूर्नामेंट मे दूसरी टीमों की तरह रेस मे नहीं रहे.
हमे आगे के लिए एक टीम की तरह खेलना है न की सारी जिम्मेदारी किसी एक पर डालना है. एक दो लोगों के प्रदर्शन हम जीत कभी नहीं हासिल कर सकते. हम टूर्नामेंट से बाहर हो गए है यह बात निगलते समय एक कडवी गोली की तरह लग रही है.
कगिसो रबाडा ने बताया कि
“मेरे लिए, कोई दबाव नहीं है. हम यहां आए थे, हम विश्व कप जीतना चाहते थे और अब हमें बाहर कर दिया गया है. यह निगलने के लिए एक कड़वी गोली है लेकिन अब हमें वापस जाना है और सकारात्मक रहना है. हम इस विश्व कप को हार चुके हैं, लेकिन यह दुनिया का अंत नहीं है,”