CORONAVIRUS: हरभजन सिंह की पत्नी गीता बसरा ने बताया क्यों भज्जी ने की शाहिद अफरीदी की मदद 1

भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज स्पिन गेंदबाज हरभजन सिंह व युवराज सिंह ने कुछ दिनों पहले कोरोना वायरस से लड़ने के लिए पाकिस्तान के लिए फंड जुटा रहे शाहिद अफरीदी के फंड में पैसे दिए थे. इसके लिए दोनों ही खिलाड़ियों को सोशल मीडिया पर भारतीय फैंस की ट्रोलिंग का सामना करना पड़ा था. मगर अब भज्जी की पत्नी और बॉलीवुड अभिनेत्री गीता बसरा ने बताया है कि उनके पति ने शाहिद अफरीदी फंड में पैसे क्यों डोनेट किए थे.

हरभजन सिंह ने क्यों नहीं दिया ट्रोलर्स को जवाब?

हरभजन सिंह

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दुनियाभर में अपने पांव पसार चुके कोरोना वायरस के सामने हर देश घुटने टेक रहा है. बढ़िया मेडिकल फैसिलिटी वाले देश भी अपने देशवासियों को इस महामारी से नहीं बचा पा रहे हैं. ऐसे में पाकिस्तान में पहुंच चुके कोरोना वायरस से लड़ने के लिए शाहिद अफरीदी फंड जुटा रहे हैं. जिसमें भारत के हरभजन सिंह व युवराज ने पैसे ट्रांसफर किए थे. मगर इस एक्शन के लिए उन्हें भारतीय ट्रोलर्स का सामना करना पड़ा. मगर हरभजन ने ट्रोलर्स को जवाब नहीं दिया. अब भज्जी की पत्नी गीता बसरा ने कहा,

वह कहते हैं कि वह जानते हैं कि उनका देश उनके लिए क्या मायने रखता है और मानवता के लिए किए गए काम को मुझे किसी को समझाने की जरुरत नहीं है. वह भारत के लिए जीते हैं और भारत के लिए जान भी दे सकते हैं.

वास्तव में सचमुच ऐसा है. उनका देश हमेशा उनके लिए पहली प्राथमिकता पर रहेगा. जब भी उन्होंने क्रिकेट खेला है, उन्होंने दिल से खेला. और हर कोई जानता है कि उनके लिए उनका देश क्या मायने रखता है.

दोस्ती के नाते की मदद

बसरा ने आगे अपने पति द्वारा शाहिद अफरीदी को दिए गए फंड पर बात करते हुए कहा,

यह काम उन्होंने अफरीदी की मदद करने के लिए किया था, जिनके साथ उन्होंने क्रिकेट खेला है, और सालों से उनकी दोस्ती है, और वह अपने देश के लिए अच्छा करने की कोशिश कर रहा है.

उन्होंने पूरी दुनिया में अपने प्रशंसकों के सामने अपने शब्दों को फैलाने की कोशिश की, एनएस ने अपने अच्छे काम का समर्थन करने के लिए और अधिक लोगों को प्रेरित किया.

कोरोना वायरस नहीं करता कोई भेदभाव

कोरोना वायरस

चीन से शुरु हुए कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया को अपनी गिरफ्त में ले रखा है. इस महामारी के बारे में गीता बसरा ने कहा

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धर्म या किसी और चीज को इसमें न लाएं. यहां तक ​​कि वायरस कोई भेदभाव नहीं कर रहा है. अगर उन्होंने दूसरी किसी टीम के सदस्य जैसे वेस्टइंडीज या इंग्लैंड की मदद की तब भी क्या आप लोग ऐसा ही करेंगे.