WWE के इतिहास में खली का नाम एकलौते ऐसे भारतीय का है जिन्होंने WWE की दुनिया में अपना नाम काफी कमाया, हाल ही में उन्होंने एक बयान देकर सबको चौका दिया है.
ठीक ठाक रहा है करियर
साल 2006 में रिंग डेब्यू करने वाले ग्रेट खली का WWE करियर ठीक ठाक रहा है, उन्होंने आते ही अंडरटेकर जैसे बड़े नाम से दो दो हाथ किये. इसके बाद वे बतिस्ता और बिग शो जैसे नामो से भी लड़े. भले ही खली का नाम भारत के सबसे सफलतम रेस्लरो में आता हो लेकिन इसके वाबजूद उन्हें रेस्लिंग की दुनिया में कुछ ख़ास सराहा नहीं जाता है. आलोचक हमेशा से ही उन्हें अच्छा रेस्लर मानते हुए नहीं आये हैं और शायद इसी वजह से उनका करियर दिग्गजों रेस्लरो के करियर जैसा नहीं बन पाया.
दिया बड़ा बयान
न्यू इंडियन एक्सप्रेस को दिए इंटरव्यू में खली ने बड़ा बयान दिया है, उनके मुताबिक यहाँ के जवान रेस्लरो को यह समझना होगा कि स्टेरॉयड लेने से कोई भी रेस्लर बड़ा नहीं बन सकता जबकि यहाँ ज्यादातर रेस्लरो का यही मानना है कि अगर वे स्टेरॉयड लेते हैं तो इससे उनको ताकत आएगी लेकिन यह सच नहीं है.
खली के मुताबिक खिलाड़ी मैडल पाने के लिए स्टेरॉयड का सहारा ले लेते हैं जोकि गलत है, उन्होंने सलाह देते हुए कहा कि रेस्लरो को अपने दम पर मेहनत करनी चाहिए.
WWE का भारत में नहीं है कोई कारोबार
उन्होंने यह भी साफ़ कर दिया कि WWE ने उनके नाम का इस्तेमाल भारत में कारोबार बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किया था लेकिन कंपनी को ज्यादा फायदा नहीं हुआ, इसके बाद उन्होंने फिर से कंपनी पर यह आरोप लगा दिए कि कंपनी ने ही उनके करियर को बर्बाद किया है. आपको बता दे कि खली इस समय जालंधर में अपनी रेस्लिंग अकादमी चला रहे हैं जहाँ वे नये रेस्लरो को ट्रेनिंग देते हैं.