मुंबई की रोमांचक जीत में मैन ऑफ द मैच का खिताब हासिल करने के बाद क्रुनाल पंड्या ने खुदको दी ये खास उपाधि 1

आईपीएल में शनिवार, 29 अप्रैल को दिन का दूसरा मुकाबला गुजरात लायंस और मुंबई इंडियन्स की टीम के बीच सौराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन के मैदान पर खेला गया. जहाँ मेजबान टीम के कप्तान सुरेश रैना ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करने का फैसला किया. MI V DD: 6.3 ओवर में विकेट लेने के बाद भज्जी की गोद में डांस करते हुए नज़र आए हार्दिक पंड्या, देखने के बाद नहीं थमेगी आपकी हंसी

गुजरात लायंस की टीम के लिए टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करने का फैसला सही नहीं रहा. गुजरात लायंस की टीम ने अपने निर्धारित 20 ओवर में  9 विकेट खोकर 153 रनों का एक ठीक ठाक और चुनौतीपूर्ण स्कोर बनाया.

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सभी को लगा था, कि मुंबई इंडियन्स की टीम बड़ी ही आसानी से गुजरात को हरा देंगी. मगर ऐसा नहीं हुआ. मुंबई इंडियन्स की टीम के खिलाड़ियों ने इस मैच को हलके में ले लिया और यह मैच टाईड हो गया.

अंतिम ओवर में मुंबई को मैच जीतने के लिए 11 रनों की जरुरत थी, लेकिन टीम केवल 10 रन ही बना सकी और यह मुकाबला टाई हो गया. सुपर ओवर में पहले खेलते हुए मुंबई की टीम ने 11 रनों का स्कोर खड़ा किया और अब मैच में दो अंक अर्जित करने के लिए गुजरात की टीम को 12 रनों की जरुरत थी, लेकिन गुजरात की टीम केवल 6 ही रन बना सकी और यह मैच हार गयी.  GYM में अपनी पड़ोसी पार्टनर को दिल दे बैठे था यह भारतीय क्रिकेटर

मैच में एक नहीं, बल्कि काफी सारी शानदार पारियां देखने को मिली. मगर मुंबई इंडियन्स की टीम के युवा ऑल राउंडर कृणाल पंड्या को उनके शानदार खेल के लिए ”मैन ऑफ़ द मैच” का अवार्ड दिया गया. कृणाल पंड्या ने चार ओवर में केवल 14 रन दिए और तीन विकेट हासिल किये. बल्ले से पंड्या ने 20 गेंदो में 29 रनों का योगदान दिया.

अवार्ड पाने के बाद कृणाल पंड्या ने कहा, कि ”आज मुझे लग रहा हैं, कि मैं एक ऑल राउंडर हूँ. मैंने आज बल्ले और गेंद के साथ साथ फील्डिंग में भी अपनी टीम के लिए अच्छा किया. जब आप बल्लेबाज़ी कर रहे होते हैं, तो आपको एक बल्लेबाज़ की तरह देखना पड़ता हैं और जब आप एक गेंदबाज़ होते हो तो आपको एक गेंदबाज़ के तौर पर सोचना पड़ता हैं. यह बल्लेबाज़ी के लिए आसान विकेट नहीं था, लेकिन मैंने अच्छा खेल दिखाया.”

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कृणाल पंड्या ने कहा, कि ”मुझे पता था, जब तक मैं विकेट पर खड़ा रहुंगा तब तक टीम को जीत दिला सकता हूँ. अंतिम ओवर की पहली गेंद पर लगाया गया छक्का टीम के काम आया. जब हमें दो गेंदों में 2 रन चाहिए थे, तब मैं केवल एक ही रन लेने के बारे में सोच रहा था और मलिंगा से भी मैंने यही कहा. मैं चाहता था, कि पांचवी गेंद पर कोई रिस्क नहीं लेना चाहता था.” आशीष नेहरा के जन्मदिन पर जाने किसका है उनके जीवन में सबसे खास महत्व

Akhil Gupta

Content Manager & Senior Writer at #Sportzwiki, An ardent cricket lover, Cricket Statistician.