Pankaj Singh

भारतीय तेज गेंदबाज और राजस्थान रणजी टीम के पूर्व कप्तान पंकज सिंह (Pankaj Singh) ने 17 साल के लंबे क्रिकेट करियर के बाद अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया है. पंकज ने सोशल मीडिया के जरिये क्रिकेट के सभी प्रारूपों से सन्यास की घोषणा कर दी है. राजस्थान क्रिकेट को अपनी गेंदबाजी के दम पर एक नए चरम पर ले जाने वाले पंकज सिंह (Pankaj Singh) भारतीय टेस्ट टीम का हिस्सा भी रह चुके हैं. जहां वो ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के खिलाफ मैच में खेलते नज़र आए थे. आइए एक बार इस गेंदबाज के करियर पर नज़र डालते है..

रणजी में हासिल किए हैं 400 विकेट

रणजी ट्रॉफी इतिहास का सबसे बड़ा रिकॉर्ड तोड़ने के करीब पहुंचा 927 विकेट लेने वाला ये गेंदबाज | R vinay Kumar becomes only the second fast bowler to get to 400 wickets

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साल 2003-04 में राजस्थान की टीम से अपने फर्स्ट क्लास करियर की शुरुआत करने वाले पंकज सिंह (Pankaj Singh) ने अपना पहला रणजी मैच सर्विसेस के खिलाफ खेला था. इसके बाद से ही पंकज लगातार राजस्थान रणजी टीम का हिस्सा रहे और शानदार गेंदबाजी का प्रदर्शन करते रहे और एक वक्त ऐसा भी आया जब पंकज रणजी में 400 विकेट लेने वाले पहले खिलाड़ी भी बने, वहीं साथ ही वो राजस्थान टीम के कप्तान भी थे.

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में प्रदर्शन

भारत के इस तेज गेंदबाज ने क्रिकेट को कहा अलविदा, संन्यास पर कही यह बात - fast bowler pankaj singh retires from all forms of cricket - Sports Punjab Kesari

पंकज सिंह (Pankaj Singh) ने साल 2010 में श्रीलंका के खिलाफ वनडे मैच से इंटरनेशनल क्रिकेट में अपना डेब्यू किया था, जो कि व्हाइट बॉल क्रिकेट में उनका आखिरी मैच भी रहा. वहीं रेड बॉल क्रिकेट में टीम इंडिया (Team India) के लिए डेब्यू का मौका पंकज सिंह को साल 2014 के इंग्लैंड दौरे पर मिला. इस दौरे पर उन्होंने 2 टेस्ट खेले, जिसके बाद लेकिन वो उसमें बुरी तरह नाकाम साबित हुए.

इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए इन दो टेस्ट मैचों के बाद पंकज को फिर दोबारा भारतीय टीम में वापसी का मौका नही मिला और सिर्फ 3 इंटरनेशनल मैचों में ही उनका करियर खत्म हुआ. इस दौरान पंकज ने कुल 492 गेंदें फेंकी, जिसमें 337 रन दिए और विकेट सिर्फ 2 ही झटकी थीं. बता दें कि, साल 2008 में पंकज को ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए भारतीय टीम में जगह दी गई थी, लेकिन वो प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं बना पाए थे.

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