फुटबॉल की तर्ज पर क्रिकेट मे भी दिखाए जाएंगे रेड कार्ड
लंदन : क्रिकेट मे बढ़ते दुर्व्यवहार पर लगाम लगाने के लिए क्रिकेट में भी अब फुटबॉल और हॉकी की तर्ज पर रेड कार्ड दिखाए जाएंगे.
एमसीसी ने क्रिकेट मे बढ़ते दुर्व्यवहार पर लगाम लगाने के मकसद से कार्ड प्रणाली अपनाने का फैसला लिया, जिसके अंतर्गत यदि किसी खिलाडी को रेड कार्ड दिखाया जाता है, तो उस मैदान छोड़कर जाना पड़ सकता है, अथवा 10 ओवर के लिए पेनालीटी बॉक्स मे भेजा जा सकता है.
एमसीसी ने अभी यह नियम क्लब स्कूल और विश्वविद्यालय स्तर पर लागू करने का फैसला लिया है. अगर स्कूल, क्लब क्रिकेट पर यह नियम कारगर साबित हुआ तो, इस नियम को अंतराष्टीय क्रिकेट मे लागू किया जा सकता है.
एमसीसी ने विश्व स्तर के अंपायर और क्रिकेट संघो की उच्च स्तरीय बैठक मे विचार-विमर्श करके क्रिकेट मे बढ़ते दुर्व्यवहार की चार स्तरों पर आचार सहिंता बनाई है.
चौथी श्रेणी के अंतर्गत अंपायर को धमकी देना, किसी खिलाडी, क्रिकेट प्रबंधक, अधिकारी, या किसी दर्शक पर हमला करना और नस्लीय टिप्पणी करना शामिल है! इस श्रेणी के अंतर्गत यदि किसी क्रिकेटर को दोषी पाया जाता है, तो उस बल्लेबाज़ को रिटायर्ड आउट करार दिया जायेगा.
तीसरी श्रेणी के अंतर्गत दोषी पाये जाने पर खिलाडी को 10 ओवेरो के लिए दंड स्वरूप पेनालीटी बॉक्स मे रहना पड़ेगा. इस से कम किसी स्तर पर दोषी पाये जाने पर दोषी खिलाडी की टीम पर 5 रनों की पेनालीटी का प्रावधान रखा है.
समाचार पत्र टेलीग्राफ़ की एक रिपोर्ट के अनुसार एमसीसी प्रमुख ने कहा, कि क्रिकेट मे खिलाडियों के बर्ताव का स्तर दिनों-दिन काफी नीचे गिरा है, जिसका इंग्लैंड सबसे ज्यादा शिकार हुआ है.
क्रिकेट मे स्लेजिग से रोमांच पैदा हुआ है, मगर कई मौके पर खिलाड़ियों के आपा खोने से क्रिकेट की छवि पर भी दाग लगते आये है.