हार से निराश सानिया का अगले ओलम्पिक में खेलने पर संदेह 1

रियो डी जनेरियो, 15 अगस्त (आईएएनएस)| भारत की दिग्गज महिला टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा रियो ओलम्पिक में टेनिस की मिश्रित युगल स्पर्धा में मिली हार से काफी निराश और भावुक देखी गईं।

सानिया ने अगले ओलम्पिक खेलों में अपनी उपस्थिति को लेकर भी संदेह जताया है।

Advertisment
Advertisment

विश्व की सर्वोच्च महिला युगल खिलाड़ी सानिया मिर्जा और रोहन बोपन्ना भी भारत के लिए पदक लाने में असफल साबित हुए।

यह भी पढ़े: रियो ओलम्पिक (वॉल्ट) : किस्मत ने नहीं दिया साथ, पदक से चूकीं दीपा

सानिया और बोपन्ना की जोड़ी को यहां जारी 31वें ओलम्पिक खेलों के नौवें दिन रविवार को टेनिस के मिश्रित युगल स्पर्धा के कांस्य पदक के लिए हुए प्लेऑफ मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा और वे कांस्य पदक हासिल करने का मौका गंवा बैठे।

ओलम्पिक टेनिस सेंटर कोर्ट-1 में हुए इस मुकाबले में सानिया और बोपन्ना को चेक गणराज्य की लुसी ह्रादेका और राडेक स्टेपानेक की जोड़ी ने सीधे सेटों में 6-1, 7-5 से पराजित कर कांस्य पदक हासिल किया। चेक गणराज्य की जोड़ी ने एक घंटे और 11 मिनट में यह मुकाबला अपने नाम किया।

Advertisment
Advertisment

यह भी पढ़े : भारतीय खिलाड़ियों के रियो में ओलम्पिक न जीतने पर विराट कोहली का बड़ा बयान

एक समाचार चैनल के पत्रकार के सामने अपनी हार से निराश सानिया फफक कर रों पड़ी। उन्होंने कहा, “यह सच में काफी मुश्किल है। मुझे नहीं पता कि अगले चार साल में मैं टेनिस खेल पाने में सक्षम रहूंगी या नहीं।”

सानिया ने कहा, “इस हार से उबरने में थोड़ा समय लगेगा। दुर्भाग्य से हम आज (रविवार) अपना बेहतरीन प्रदर्शन करने में नाकाम रहे। एक एथलीट के तौर पर हमें इन हारों से बाहर निकलकर फिर वापसी की कोशिश करनी चाहिए।”

सानिया-बोपन्ना की जोड़ी को सेमीफाइनल में अमेरिका की वीनस विलियम्स और राजीव राम की जोड़ी ने शनिवार को 6-2, 2-6, 3-10 से मात दी थी।

यह भी पढ़े: रियो ओलम्पिक (100 मी.) : महानतम बोल्ट की ऐतिहासिक हैट्रिक

भारतीय महिला टेनिस खिलाड़ी ने कहा कि टेनिस के खेल में अगर आप अपने अवसरों का फायदा उठाने में नाकाम रहते हैं, तो उसका नतीजा यह होता है।

बोपन्ना को भी अपनी हार से काफी निराश देखा गया। उन्होंने कहा, “पिछले 24 घंटों में हमने कुछ महत्वपूर्ण मुकाबले गंवा दिए, जो हमें जीत की ओर ले जा सकते थे। कभी-कभी आप काफी मजबूती के साथ कदम आगे बढ़ाते हैं, लेकिन यह आपको काफी भारी पड़ता है।”

अगले ओलम्पिक खेलों के बारे में पूछे जाने पर बोपन्ना ने कहा कि इसके बार में इस समय पर सोचना काफी मुश्किल है।

यह भी पढ़े: रियो ओलम्पिक (टेनिस) : सानिया-बोपन्ना भी नहीं ला सके पदक