अगर आप WWE के फैन हैं तो ये बात अच्छी तरह से जानते होंगे कि इस तरह की रेस्लिंग स्क्रिप्टेड कैटेगरी में आती है नाकि फेक कैटेगरी में पर आज हम आपको इसी रेस्लिंग के कुछ अनचाहे राज़ के बारे में बताने जा रहे हैं.
1. WWE के रेस्लर्स स्टोरीलाइन के दम पर ही लड़ते हैं और जिसकी जितनी अच्छी स्टोरीलाइन होगी उसका करियर उतना ही अच्छा होगा पर क्या आप जानते हैं कि रेस्लरो की स्टोरीलाइनों को क्रिएटिव टीम लगभग दो तीन महीने पहले ही लिख लेती है.
2. WWE में इस्तेमाल होने वाले ज्यादातर वेपन्स या हथियार नकली होते हैं और उन्हें खास तौर पर अलग से रेस्लरो के लिए तैयार किये जाते हैं, जो दिखने में असल जैसे लगे पर उनसे चोट ना लगे फिर चाहे वो हैमर हो या कोई स्टिक.
3. ये फैक्ट तो आप जानते होंगे कि रिंग में लड़ने वाले रेस्लर्स कई बार असल जिन्दगी में गहरे दोस्त होते हैं और उन्हें मात्र स्टोरीलाइन की वजह से रिंग में लड़ना पड़ता है.
4. ये फैक्ट आपको चौका सकता है कि अगर रेफरी चाहे तो वे किसी भी मैच को कभी भी रोक सकते हैं, रेफरी को जब भी लगता है कि फाइट के दौरान कोई रेस्लर घायल हुआ है तो वे मैच को रोक सकते हैं पर ऐसा बहुत कम होता है.
5. WWE में भी बाकी जगहो की तरह बैकस्टेज पॉलिटिक्स होती है, जिससे कई रेस्लरो को फायदा तो कई रेस्लरो को नुकसान उठाना पड़ता है.
6. रिंग में लड़ने वाले रेस्लरो को ये पहले से पता होता है, कि कब उन्हें कमर्शियल ब्रेक में जाना है और इसी के चलते वे अपने मूव्स में बदलाव करते हैं.
7. WWE के बारे में फैन्स को ये गलतफहमी रहती है, कि इसमें लड़ने वाले सभी रेस्लर्स अमीर होते हैं पर ऐसा बिलकुल भी नहीं है. ऐसे बहुत से रेस्लर्स हैं जो बेहद ही कम पैसे कमा पाते हैं.
8. मैच के दौरान कमेंटरी करने वाले कमेंटरो को पीछे बैकस्टेज से लगातार मैसेज मिलते रहते हैं और मैच से पहले उन्हें पूरी कमेंटरी की तैयारी कराई जाती है.
9. 72 साल की उम्र होने के वाबजूद आज भी हर छोटे बड़े फैसले के पीछे विन्स मैकमोहन का ही हाथ होता है, कंपनी के अंदर बिना उनकी मर्जी से कुछ नहीं हो सकता.