आज हम आपको WWE की उन पॉलिसीज के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें पढ़कर आपको भी कंपनी के मालिक विन्स मैकमोहन पर गुस्सा आ जाएगा.
1. WWE में रेस्लर्स अपना नाम लेकर नहीं उतर सकते, ऐसे बहुत कम रेस्लर्स हैं जो इस समय अपने असली नाम से लड़ रहे हैं. दरअसल, विन्स मैकमोहन का मानना है कि WWE में आने के बाद एक रेस्लर की निजी जिन्दगी खत्म हो जाती है.
2. ये बात आपको जानके हैरानी होगी कि रेस्लरो को बहुत ही कम समय अपनी फैमली के साथ बिताने को मिल पाता है. विन्स मैकमोहन लगभग हर रेस्लर को कहीं ना कहीं जगह भेजते रहते हैं.
3. WWE रेस्लरो को ट्रेवल करते हुए एक ख़ास ड्रेस कोड का पालन करता होता है और अगर कोई रेस्लर इस ड्रेस कोड के खिलाफ गया तो उसे भारी जुर्माना भरना पड़ता है.
4. एक इंटरव्यू में जिम रोस ने ये खुलासा किया था कि विन्स मैकमोहन को छीकने वाले लोगो से सख्त नफरत है पर वे इस बात को भूल गये कि वे खुद भी एक इंसान है.
5. कई बार WWE और उनके रेस्लरो के बीच मनमुटाव हो जाता है और इसकी वजह से रेस्लर्स कई बार केस ठोक देते हैं. अब कंपनी की पॉलिसी है कि जब तक कोई चीज ज्यादा ही बड़ी ना हो तब तक कोई भी रेस्लर उनपर केस नहीं कर सकता.
6. WWE के बारे में ये इमेज बनी हुई है कि वे अपने रेस्लरो को करोड़ो रूपए देती है पर आपको जनकर हैरानी होगी कि जो रेस्लर हफ्ते में एक बार भी नजर नहीं आते उनको पैसे नहीं दिए जाते हैं.
7. अपनी अच्छी पॉलिसीज के लिए मशहूर WWE अपने पुराने रेस्लरो को किसी भी तरह का मेडिकल बेनिफिट नहीं देती है, जैसे ही किसी रेस्लर का कॉन्ट्रैक्ट खत्म होता है उसी के साथ उसका मेडिकल क्लेम भी खत्म हो जाता है.
8. WWE में ये सख्त तरीके से पालन किया जाता है कि कोई भी रेस्लर पब्लिक प्लेटफार्म पर अपनी चोटों के बारे में बात नहीं कर सकता, रेस्लरो को साफ़ हिदायद दी जाती है कि वे ऐसा करने से बचे.
9. कभी कभी तो घायल रेस्लरो को भी लड़वाया जाता है पर वे सब पहले होता था, आज के समय में उनको मेडिकली फिट करार होने के बाद ही रिंग में उतारा जाता है.
10. ये बात जानकर आपको यकीनन धक्का लगेगा कि विन्स मैकमोहन ने अपने सभी रेस्लरो को कहा है कि वे खुद को एक ‘रेस्लर’ ना कहें क्योंकि विन्स के मुताबिक वे सब एक स्पोर्ट्स एंटरटेनमेंट की दुनिया में हैं जहां उनका काम होता है फैन्स को एंटरटेन करना नाकिं रेस्लिंग करना.