अमेरिका की शीर्ष बास्केटबाल लीग ‘नेशनल बास्केटबाल एसोसिएशन’ (एनबीए) ने भारत में बास्केटबॉल को बढ़ावा देने के लिए अपनी पहली अकादमी शुरू की है। मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी से सटे ग्रेटर नोएडा में अकादमी का उद्घाटन किया गया। हार के बाद भी ऐसा रिकॉर्ड अपने नाम कर गए डेविड वार्नर जो आज तक कोहली और रोहित शर्मा नहीं आज तक नहीं कर सके
इस अकादमी के लिए पूरे भारत में बीते तीन महीनों से खिलाड़ियों के चयन के लिए ट्रायल लिए गए। इन तीन महीनों की चयन प्रक्रिया के बाद कुल 21 बच्चे चुने गए जिन्हें ग्रेटर नोएडा के जेपी ग्रींस सिटी स्थित इंटीग्रेटेड स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स में खेल के गुर अमेरिकी प्रशिक्षकों द्वारा सिखाए जाएंगे।
देश के कोने-कोने से आकदामी में आए हर बच्चे का सपना एनबीए लीग में खेलना और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाना है। सभी इसी सपने के साथ पूरी शिद्दत से मेहनत करने को तैयार हैं।
कर्नाटक से चुने गए इकलौते खिलाड़ी 14 साल के अचिंत्य कृष्णा कहते हैं कि वह इस अकादमी में खुद को बेहतर करने आए हैं ताकि एनबीए में खेलने का अपना सपन पूरा कर सकें। हार के बाद भी ऐसा रिकॉर्ड अपने नाम कर गए डेविड वार्नर जो आज तक कोहली और रोहित शर्मा नहीं आज तक नहीं कर सके
बेंगलुरू के अंचित्य ने आईएएनएस को बताया, “मैं इस अकादमी को लेकर बेहद उत्साहित हूं। यहां मुझे कुछ नया सीखने का मौका मिलेगा। अच्छे कोच हैं जो खेल की बारीकियों के बारे में बताते हैं और यही बड़ा अंतर पैदा करता है।”
सिर्फ अंचित्य ही नहीं मध्य प्रदेश के रतलाम जैसे छोटे जिले से आए मनोज सिसौदिया को भी उम्मीद है कि वह इस अकादमी से एक बेहतर खिलाड़ी बनकर निकलेंगे और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर नाम कमाएंगे।
लेब्रोन जेम्स को अपना पसंदीदा खिलाड़ी बताते हुए मनोज कहते हैं, “यहां का स्तर काफी ऊंचा है। कुछ न कुछ नया सीखने को मिल रहा है। सभी लोग साथ में मिलकर काफी मेहनत करते हैं। यहां पर प्रशिक्षक खेल की बुनियादी चीजों पर बहुत ध्यान दे रहे हैं। उम्मीद है कि मैं आगे जा कर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अच्छा प्रदर्शन करूं।”
भारत में पहली एनबीए अकादमी के लिए तीन प्रशिक्षकों का चयन किया गया है, जिनमें अमेरिका में कॉलेज स्तर पर प्रशिक्षण दे चुके रे फारेल को अकादमी का तकनीकी निदेशक बनाया गया है।
वहीं पूर्व पेशेवर खिलाड़ी और एनबीए स्काउट जैक्स वांडेस्कावर को भी कोच नियुक्त किया गया है। एनसीएए की डिवीजन स्तर पर 10 साल तक प्रशिक्षण दे चुके टोड गेम्स को स्ट्रेंग्थ एंड कंडीशनिंग कोच बनाया गया है।