भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली के इंटरनेशनल क्रिकेट में आए हुए एक दशक से भी ज्यादा समय बित गया है। विराट कोहली ने साल 2008 में इंटरनेशनल क्रिकेट में अपना कदम रख दिया था और वो अब इंटरनेशनल क्रिकेट में 11 साल से ज्यादा समय का सफर पूरा कर चुके हैं।
विराट कोहली इस दशक हासिल किया है अलग मुकाम
विराट कोहली का करियर बहुत ही जबरदस्त रहा है। भारतीय टीम के इस बल्लेबाज ने आज अपने आपको इंटरनेशनल क्रिकेट के मौजूदा दौर की सबसे बड़ी रन मशीन के रूप में स्थापित कर दिया है।
विराट कोहली के करियर की शुरुआत ही बड़ी शानदार रही है जिसमें उन्होंने दिखाया दिया था कि वे लंबी रेस के घोड़े हैं। लेकिन उनके करियर की वास्तविक शुरुआत तो 2010 के बाद से मानी जा सकती है जब कोहली ने अलग ही मुकाम हासिल किया है।
विराट कोहली ने वनडे क्रिकेट में इस दशक स्थापित किए हैं अनमोल रिकॉर्ड्स
आज विराट कोहली विश्व क्रिकेट के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज हैं। विराट कोहली ने साल 2013 में सचिन तेंदुलकर के संन्यास के बाद उनकी उनके नक्शे कदम पर चले आज उन्हीं की तरह आज दशक खत्म होते-होते उन्होंने अपने आपको सचिन तेंदुलकर की तरह ही विश्व क्रिकेट में स्थापित किया है।
बात जब विराट कोहली के वनडे क्रिकेट करियर की करें तो इस दशक में तो विराट कोहली ने कमाल का प्रदर्शन किया है। विराट कोहली का करियर इस दशक पूरी तरह से बदलने वाला रहा जहां उन्होंने हर मामले में दूसरे खिलाड़ियों से अपने आपको अलग ही रखा है।
वनडे में आज कोहली खड़े हैं अलग मुकाम पर
आज के विराट कोहली के वनडे आंकड़े उन्हें ऐसे मुकाम पर खड़ा करते हैं जिनके आस-पास मौजूदा दौर में कोई बल्लेबाज नहीं है।
विराट कोहली के इस दशक में वनडे आंकड़े
सबसे ज्यादा मैच- 227
सर्वाधिक रन- 11,125
सर्वाधिक शतक- 42
सर्वाधिक अर्धशतक- 52
सबसे ज्यादा मैन ऑफ द मैच- 35
सबसे ज्यादा मैन ऑफ द सीरीज- 7
सबसे ज्यादा चौके- 1,038
सबसे ज्यादा कैच- 117
इस साल की समाप्ति और इस साल के हाल को लेकर विराट कोहली ने कहा था कि
“2019 भारतीय क्रिकेट के लिए सबसे अच्छे सालों में से एक है। विश्व कप में 30 मिनट के अलावा ये एक शानदार साल रहा। हम उस आईसीसी ट्रॉफी का पीछा करते रहेंगे। लेकिन इसके अलावा, जिस तरह से हमने खेला है वो संतोषजनक रहा है। तेज गेंदबाजों का एक समूह होना, जो कहीं भी किसी भी विरोधी को आउट कर सकते हैं। उन्हें भारत में स्पिनरों पर ध्यान हटाना एक बड़ी उपलब्धि है।”