क्रिकेट एक ऐसा लोगप्रिय खेल है जिसे आज के युग में लगभग हर किसी ने अपने जीवन में एक बार तो खेला हीं होगा। इस खेल को सम्मान के साथ जेंटलमैन द्वारा खेले जाने वाला खेल भी कहा जाता है। इस खले को कुछ नियमो के अनुसार, हुनर और भावनाओ के साथ खेला जाता है। कभी कभी मौजूदा हालात के आधार पर इस खेल में कुछ नियमो का फेर बदल भी करना पड़ता है।
आइये हम इस बारे में संक्षिप्त रूप में जानने की कोशिश करते है:
चाहे वो आउट हो या न हो पर फील्डिंग टीम को अपील करना चाहिए
क्रिकेट के इस खेल में बल्लेबाज़ को तब हीं आउट घोषित किया जाएगा जब फील्डिंग टीम इस पर आउट अपील करे। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता की बल्लेबाज़ सही तौर पर आउट है या नहीं पर फील्डिंग टीम को हमेशा अपील करनी चाहिए।
‘हेलमेट‘ पेनल्टी:
अगर बॉल विकेट कीपर का जमीन पर रखे हेलमेट को छू लेती है तब, बल्लेबाजी करने वाली टीम को 5 रनों का फायदा दिया जाता है।
लेग बिफोर विकेट (LBW):
आगर गेंदबाज़ द्वारा की गई बालिंग, बल्लेबाज के किसी भी हिस्से (जरुरी नहीं हैं पैरो को) को छू कर निकल जाती है और वह हिस्सा विकेट के सामने है तो, यह अंपायर पर निर्भर करता है की वो उसे LBW आउट घोषित कर दे।
भावना के साथ खेलना इस खेल की सर्वोच्च प्राथमिकता है:
यह वीडियो खुद ही सब बयाँ करता है
एक हीं बॉल को दो बार बल्ले से मरना, यह भी आउट है
अगर कोई बल्लेबाज किसी बॉल को दो बार अपने बल्ले से मार दे तब भी उसे आउट घोषित किया जाता है।
सुरक्षा सामग्री बचाव के लिए होती है, ना की विकेट लेने के लिए
अगर कोई खिलाड़ी विकेट लेना के लिए हेलमेट, टोपी या दस्तानो (विकेट कीपर के अलावा) का प्रयोग करता है तो उस स्थिति में यह कोशिस नॉट आउट मनी जाती है। जैसा की आप इस विडिओ में भी देख पा रहे है।
स्पाइडर कैमरे पर बॉल लगना
अगर बॉल स्पाइडर कैमरे पर लग कर निचे गिर जाये तो उसे नो बॉल घोषित किया जाता है।
मैनकैडिंग
इस स्थिति में दिया जाने वाला आउट यह वीडियो खुद ही बयाँ कर रहा है
बाडी लाइन रोकने की तरकीब
इस स्थिति में गेंदबाज़ अपनी बॉल बल्लेबाज की कमर से उपर बाई तरफ डालता है ताकि वो किसी भी स्थिति में बॉल को लंबा न मर पाए और कैच के लिय बॉल उपर उठा दे।
शायद ही कभी लागू किया जाने वाला नियम
इस विडिओ को देख कर आप खुद हीं समझ जाएँगे की ये कितना अजीबो गरीब मलमा है।