आईपीएल आने के बाद से भारतीय क्रिकेट बेशक आगे गया है लेकिन इस बीच कई विवादों ने आईपीएल को परेशान भी किया है. जिसके भारतीय क्रिकेट की छवि को बहुत नुकसान पहुंचा है. इस दशक में आईपीएल पर बहुत ज्यादा विवादों का साया रहा है. जिससे उसे उबरने में समय भी लगा.
इस दशक में जिन विवादों का साया आईपीएल पर रहा. उसमें सबसे बड़ा विवाद मैच फिक्सिंग का रहा है. जिसका विवाद इतना बड़ा रहा की उससे आईपीएल की दो बड़ी टीमों पर बैन भी लग गया. कुछ खिलाड़ियों का करियर भी फिक्सिंग के कारण आईपीएल में खत्म हो गया.
आज हम आपको इस दशक में आईपीएल में हुए 10 बड़े विवादों के बारें में बताने जा रहे हैं. जिसने आईपीएल और खिलाड़ियों को बहुत ज्यादा कलंकित भी किया. हालाँकि इन विवादों का असर आईपीएल पर बहुत ज्यादा नहीं पड़ा और वो अभी तक चल रहा है. सभी फ्रेंचाइजी अब नए सीजन की तैयारी कर रहे हैं.
1.रविन्द्र जडेजा पर लगा बैन
जब आईपीएल की शुरुआत हुई तो रविन्द्र जडेजा राजस्थान रॉयल्स की टीम का हिस्सा थे. पहले दो साल खेलने के बाद जडेजा का 2010 आईपीएल में कॉन्ट्रैक्ट खत्म होने वाला था, लेकिन उससे पहले ही रविन्द्र जडेजा मुंबई इंडियंस की फ्रेंचाइजी से बात करने लगे की उन्हें नीलामी में ज्यादा पैसे देकर खरीद लें.
इस बारें में जानकारी जब राजस्थान रॉयल्स की टीम हो हुई तो उन्होंने जडेजा की शिकायत आईपीएल की गवर्निग काउंसिल से कर दी. जिसके बाद उनपर कार्यवाही की गयी की वो एक टीम का हिस्सा होने के बाद भी दूसरे फ्रेंचाइजी से बात कर रहे थे. जिसके कारण उन्हें एक साल के लिए आईपीएल से बैन कर दिया गया था.
रविन्द्र जडेजा ने बैन के बाद कोच्ची टस्कर्स केरला से खेलते हुए आईपीएल में वापसी की थी. जहाँ पर उनका प्रदर्शन बहुत ही शानदार रहा था. अब वो चेन्नई सुपर किंग्स की टीम का पिछले कुछ सालों से बहुत अहम हिस्सा रहे थे.