महेंद्र सिंह धोनी भारतीय क्रिकेट के इतिहास में सबसे सफल कप्तानों में से एक हैं. उनकी कप्तानी में भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयां हासिल हुई हैं. उनकी उपलब्धियां भारत के लिए गौरव की बात है. दो विश्व कप से चैंपियंस ट्रॉफी तक वे भारत को क्रिकेट की दुनिया में मौजूद तक़रीबन हर मुकाम तक लेकर गए.
क्रिकेट में बढ़िया प्रदर्शन के साथ साथ उन्होंने अपने लाजवाब कथन/कोट्स से भी लाखों लोगो के दिल जीते हैं .आइये एक नज़र डालते हैं देश के लिए खेले अपने 11 गौरवशाली वर्षों के दौरान उनके द्वारा दिए गए सबसे अच्छे 11 कथनपर …
1 .एमएस धोनी पूरी टीम की विफलता का दोष अपने ऊपर लेने से नहीं डरते..
“मुझे अपने आप को दोषी ठहराने की जरूरत है. मैं इस टीम का कप्तान हूँ और मैं मुख्य अपराधी हूँ तो निश्चित रूप से मैं अपने आप को दोष दूंगा.”
2 .एक जिम्मेदार कप्तान हमेशा मौजूदा काम पर केंद्रित रहता है, इसपर ध्यान दिए बिना कि उसकी निजी जिंदगी में क्या हो रहा है. विश्व कप 2015 से सिर्फ 1 सप्ताह पहले धोनी की बेटी जीवा पैदा हुई थी. इसे लेकर उनसे पूछा गया कि उनके दिमाग में क्या चल रहा था .. उन्होंने कहा –
”नहीं, मैं राष्ट्रीय कर्तव्य पर हूँ. बाकी सब कुछ इंतजार कर सकते हैं”.
3 .जब उनसे पूछा गया की 1.2 अरब लोगों वाले एक राष्ट्र की उम्मीद के साथ सौदा करने के लिए कैसा लगता है तब उन्होंने कहा कि –
“ऐसा लगता है कि आप पर 100 किलोग्राम का वजन रख दिया, इसके बाद तो आप चाहे एक पहाड़ भी रख दे फर्क नहीं पड़ता.”
4 . धोनी के लिए असल में खत्म होने तक कुछ खत्म नहीं होता, श्रृंखला के मध्य में ही धोनी से पूछे जाने पर कि भारत हार ही गया लगता है …धोनी ने कहा..
“जब तक विराम चिन्ह नहीं लग जाता वाक्य पूरा नहीं होता.”
5 . हर सफल कप्तान के पीछे उनकी टीम के हर व्यक्ति की आपसी समझ होती है. धोनी का मानना है कि-
“आप डॉन ब्रेडमैन की तरह एक बल्लेबाज को बल्लेबाजी करते नहीं देख सकेंगे, सिर्फ इसलिए कि वह अपनी तरह बल्लेबाजी करना चाहता है”
6 . कौन सी श्रृंखला हारने का सबसे ज्यादा दुःख हुआ, 2011 में इंग्लैंड के दौरे में या ऑस्ट्रेलिया में .धोनी की प्रतिक्रिया:
“जब तुम मरते हो तो बस मर जाते हो ,तुम ये नहीं सोचते कि मरने के लिए सबसे बढिया तरीका कौन सा है”.
7 . धोनी के लिए, आधी लड़ाई उसके दिमाग में चलती है.
“यह मन की एक अवस्था है जहाँ आप आत्मविश्वासी होते हैं और बहुत सकारात्मक सोचते हैं.”
8 . धोनी को लेकर भारत की भावना समय समय पर गहरी घृणा और चरम प्यार के बीच झूलती रहती है. उनकी प्रतिक्रिया :
“मेरे घर पर तीन कुत्ते हैं ,किसी भी सीरीज के हारने या जीतने के बाद वे मुझसे एक ही तरह से व्यवहार करते हैं”.
9 . केवल हम खेल को डिकोड कर सकते हैं जैसे आसानी से धोनी करता है
“मैं बहुत ज्यादा क्रिकेट का अध्ययन नहीं करता, मैंने मैदान पर खेलकर ही अनुभव किया है व् थोड़ा बहुत क्रिकेट जो मैंने देखा है बस इन्ही से सीखा है “.
10 . एक संवाददाता सम्मेलन में कोहली और धवन के बीच ड्रेसिंग रूम में विवाद के बारे में माही से पूछा गया इसपर उन्होंने कहा –
“जिस व्यक्ति ने इस कहानी पर रिपोर्ट दी है उसे वार्नर ब्रदर्स के लिए हॉलीवुड में काम करना चाहिए”.
11 .जब उनसे पूछा गया कि लगभग सब कुछ प्राप्त करने के बाद कुछ है जो अभी रह गया है.
“सब कुछ दोहराने में मुझे कोई आपत्ति नहीं है”.