इतिहास के पन्नों से- 16 साल पहले जब आज ही के दिन भारतीय क्रिकेट में वीरेन्द्र सहवाग के नाम की सुनामी ने दी इस तरह से दस्तक 1

भारतीय क्रिकेट में 3 नवंबर का ये दिन बहुत ही यादगार है। आज से ठीक 16 साल पहले इस दिन भारतीय टेस्ट क्रिकेट में वीरेन्द्र सहवाग के नाम के तूफान की एन्ट्री हुई थी। दिल्ली के बाहरी इलाके नजफगढ़ में रहने वाले वीरेन्द्र सहवाग ने वनडे क्रिकेट के बाद भारतीय टेस्ट टीम में अपना डेब्यू किया। वीरेन्द्र सहवाग ने 16 साल पहले यानि 3 नवंबर 2001 को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ ब्लोमफॉटेंन में अपने टेस्ट करियर का आगाज किया।

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16 साल पहले भारतीय क्रिकेट को मिला टेस्ट का नया सितारा

वीरेन्द्र सहवाग ने अपना टेस्ट करियर के पहले मैच के साथ ही विश्वक्रिकेट को अपनी धमाकेदार एन्ट्री से ये अहसास करा दिया कि उनका ये विस्फोट कई सालों तक विश्व क्रिकेट सुनता रहेगा। वीरेन्द्र सहवाग ने अपने पहले ही टेस्ट मैच में दक्षिण अफ्रीका जैसी मजबूत टीम के खिलाफ उनकी तेज पिच पर शतकीय पारी खेल अपने डेब्यू को यादगार बना दिया। वीरेन्द्र सहवाग ने इस पारी के साथ ही आगाह कर दिया कि वो क्रिकेट जगत पर इसी तरह खेलते रहेंगे।

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पहले ही मैच में जड़ दिया धमाकेदार शतक

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वीरेन्द्र सहवाग ने अपने पहले ही टेस्ट मैच में छठे नंबर पर बल्लेबाजी करने आए और सचिन तेंदुलकर के साथ मिलकर एक जबरदस्त शतक जड़ दिया। वीरेन्द्र सहवाग ने 19 चौको की मदद से शानदार 105 रनों की पारी खेली। वीरेन्द्र सहवाग ने इस तरह से अपने पहले ही मैच में इरादें जाहिर कर दिए।

इस शतकीय पारी के साथ ही वीरेन्द्र सहवाग ने सचिन तेंदुलकर के साथ मिलकर इस पारी में पांचवे विकेट के लिए 220 रनों की साझेदारी भी कर डाली। वैसे भारतीय टीम को इस टेस्ट में 9 विकेट से हार का सामना करना पड़ा लेकिन इसमें पॉजिटिव बात सामनें ये आयी कि भारतीय क्रिकेट में एक धाकड़ खिलाड़ी का आगमन हो गया

 

एक खतरनाक बल्लेबाज के रूप में बनायी अपनी पहचान

इस पारी के बाद तो वीरेन्द्र सहवाग ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और 12 साल तक इसी तरह का ताबड़तोड़ प्रदर्शन करते रहे। वीरेन्द्र सहवाग भारतीय क्रिकेट टीम के लिए तीनों की फॉर्मेट में एक खतरनाक बल्लेबाज बनकर उभरे। वीरेन्द्र सहवाग ने अपने वनडे करियर की शुरूआत 1999 में पाकिस्तान के खिलाफ की थी।

सहवाग ने वनडे क्रिकेट में 2001 में 2 अगस्त को न्यूजीलैंड के खिलाफ महज 69 गेंदो में शतक लगाकर अपने आप को साबित कर चुके थे।

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भारतीय क्रिकेट इतिहास में दो तिहरे शतक लगाने वाले एकमात्र बल्लेबाज

वीरेन्द्र सहवाग ने भारतीय क्रिकेट को कई अभूतपूर्व पल दिए। सहवाग के टेस्ट करियर में साल 2004 में एक बड़ा यादगार पल आया जब उन्होनें पाकिस्तान के खिलाफ मुल्तान में जबरदस्त पारी खेलते हुए भारतीय क्रिकेट इतिहास का पहला तिहरा शतक बना डाला।

वीरेन्द्र सहवाग ने 309 रनों की पारी खेली और टेस्ट के बेस्ट बनने की राह पर चल पड़े। सहवाग के नाम एक और तिहरा शतक साल 2008 में आया जब उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 319 रनों की पारी खेली।

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सालों तक जारी रही सहवाग की सुनामी

भारतीय क्रिकेट इतिहास में भले ही वीरेन्द्र सहवाग को यादगार विदाई तो नहीं मिल सकी लेकिन उन्होंने जिस तरह से अपने करियर में विरोधी गेंदबाजों काउंटर अटैक करने की क्षमता दिखायी उससे तो वो विश्व क्रिकेट में अपनी एक अलग ही छप बना गए। सहवाग ने भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में 104 मैच खेले जिसमें 23 शतकों की मदद से 8586 रन बनाए।

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