FTP के मुताबिक इंग्लैंड का शेड्यूल काफी व्यस्त है और इसकी शुरुआत न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज से होगी. उनके पास होम और अवे सीरीज हैं, जिसमें पाकिस्तान का दौरा, बांग्लादेश दौरा, टी-20 विश्व कप और एशेज भी शामिल हैं.
आईपीएल के बचे मैच होस्ट करने के लिए सितंबर-अक्टुबर की विंडो है. हालांकि, उस समय इंग्लैंड को लिमिटेड ओवर्स सीरीज के लिए बांग्लादेश और पाकिस्तान का दौरा करना है. ईसीबी के डायरेक्टर एशले जाइल्स ने भी साफ़ कर दिया है कि इंग्लैंड के खिलाड़ियों का बचे हुए आईपीएल में हिस्सा नहीं ले पाएंगे.
आईपीएल में इंग्लैंड के मोईन अली, बेन स्टोक्स, जोफ्रा आर्चर, इयोन मॉर्गन, जोस बटलर, लियाम लिविंगस्टोन, सैम कुरेन, टॉम कुरेन, क्रिस वोक्स, जेसन रॉय, सैम बिलिंग्स, डेविड मलन, क्रिस जॉर्डन, जॉनी बेयरस्टो खेलते हैं.
इंग्लैंड के खिलाड़ियों के ना आने से कुल 6 टीमों को नुकसान होना तय है. हालांकि 2 टीमें ऐसी है, जिनमे इंग्लैंड के खिलाड़ी नहीं है, इसलिए इन 2 टीमों के लिए चिंता की कोई बात नहीं है. इन 2 टीमों को इंग्लैंड के खिलाड़ियों के ना आने से फायदा होगा, क्योंकि अन्य टीमें कमजोर पड़ जाएगी. हम आपकों अपने इस खास लेख में उन्ही 2 टीम के बारे में बताने जा रहे हैं.
मुंबई इंडियंस
पहली टीम जिन्हें इंग्लैंड के खिलाड़ियों के ना आने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा वह मुंबई इंडियंस है. दरअसल, मुंबई इंडियंस में खेलने वाले 8 विदेशी खिलाड़ियों में से कोई भी खिलाड़ी इंग्लैंड का नहीं है.
मुंबई इंडियंस के पास विदेशी खिलाड़ी के रूप में साउथ अफ्रीका के क्विंटन डी कॉक और मार्को जेंसन वेस्टइंडीज के कीरोन पोलार्ड, न्यूजीलैंड के ट्रेंट बोल्ट, जिमी निशम और एडम मिल्ने है. वहीं ऑस्ट्रेलिया के नाथन कुल्टर नाइल और क्रिस लिन है.
मुंबई इंडियंस के पास एक भी खिलाड़ी इंग्लैंड का नहीं है. ऐसे में अगर इंग्लैंड के खिलाड़ी बचा हुआ आईपीएल नहीं खेलते हैं, तो मुंबई के लिए अपने खिताब को डिफेंड करना और आसान हो जाएगा.
आरसीबी
आरसीबी की टीम में भी विदेशी खिलाड़ी के रूप में इंग्लैंड के खिलाड़ी शामिल नहीं है. आरसीबी के पास ऑस्ट्रेलिया के ग्लेन मैक्सवेल, एडम जम्पा, केन रिचर्डसन, डेनियल क्रिस्चियन और डेनियल सैमस है. वहीं साउथ अफ्रीका के एबी डीविलियर्स है. आरसीबी के पास न्यूजीलैंड के फिन एलन और काइल जैमिसन है.
अगर आईपीएल खेलने इंग्लैंड के खिलाड़ी नहीं आते हैं, तो विराट कोहली को इससे कोई दिक्कत नहीं होगी. बल्कि आरसीबी के पहली बार खिताब जीतने की संभावना बढ़ जाएगी.