विश्व कप 2019 के बाद से महेंद्र सिंह धोनी प्रतिस्पर्धी क्रिकेट नहीं खेल रहे हैं. हालांकि वह आईपीएल 2020 से मैदान पर वापसी करेंगे. साथ ही चेन्नई सुपर किंग्स की कप्तानी का भार भी उन्ही के कंधो पर होगा. धोनी को लेकर आज हम आपकों अपने इस ख़ास लेख में 3 ऐसे रिकॉर्ड्स के बारे में बताने वाले हैं, जो चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान इस सीजन अपने नाम कर सकते हैं.
पूरे कर सकते हैं 200 आईपीएल मैच
महेंद्र सिंह धोनी आईपीएल में अब तक 190 मैच खेल चुके हैं. इस दौरान उन्होंने 42.40 की बेहतरीन औसत के साथ 4432 रन बनाए हुए हैं. आईपीएल में उनका स्ट्राइक रेट 137.85 का है. साथ ही उन्होंने 23 अर्धशतक इस लीग में लगाए हुए हैं.
महेंद्र सिंह धोनी आईपीएल में सुरेश रैना के बाद सबसे ज्यादा मैच खेलने वाले खिलाड़ी हैं. उन्ही टीम के साथी खिलाड़ी रैना ने जहां 193 आईपीएल मैच खेले हुए हैं. वहीं धोनी उनसे सिर्फ 3 मैच पीछे हैं.
अगर आईपीएल 2020 में महेंद्र सिंह धोनी 10 मैच खेलते हैं, तो वह आईपीएल में अपने 200 मैच पूरे कर लेंगे. यह उनकी एक बहुत बड़ी उपलब्धि होगी.
बन सकते हैं 7000 टी-20 रन बनाने वाले पांचवे भारतीय
इस आईपीएल में धोनी के पास टी-20 क्रिकेट में अपने 7000 रन बनाने का भी सुनहरा मौका है. वह टी-20 क्रिकेट में अपने 7000 रनों से मात्र 379 रन पीछे हैं.
वह अपने अब तक के टी-20 करियर में कुल 6621 रन बना चुके हैं. इनमे से आईपीएल में उन्होंने 4432 रन बनाए हैं. टी-20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उनके नाम 1617 रन है और अन्य टी-20 मैचों में 577 रन उन्होंने बनाए हुए हैं.
अगर वह आईपीएल 2020 में 379 रन बनाते हैं, तो वह टी-20 क्रिकेट में 7000 रन पूरे करने वाले पांचवे भारतीय खिलाड़ी बनेंगे. उनसे पहले विराट कोहली, सुरेश रैना, रोहित शर्मा और शिखर धवन टी-20 क्रिकेट में 7000 रन के आंकड़े को छु चुके हैं.
250 डिसमिसल करने वाले बन सकते हैं पहले विकेटकीपर
महेंद्र सिंह धोनी अपने खेले 317 टी-20 मैचों में अब तक 304 पारियों में कीपिंग कर चुके हैं, जिसमे उन्होंने कुल 248 डिसमिसल किये हैं. वह टी-20 क्रिकेट इतिहास के सबसे ज्यादा डिसमिसल करने वाले विकेटकीपर हैं. उनके बाद दूसरे स्थान पर पाकिस्तान के कमरान अकमल का नाम आता है, जिनके नाम 236 डिसमिसल है.
धोनी ने 165 कैच किये हैं और 83 स्टंपिंग की हुई हैं. आईपीएल 2020 में वह 2 डिसमिसल करते ही 250 डिसमिसल करने वाले दुनिया के पहले विकेटकीपर बन जाएंगे. यह भी उनके क्रिकेट करियर की एक बेहद ख़ास उपलब्धि होगी.