क्रिकेट खेलने वाले सभी खिलाड़ी का सपना होता है कि वह अपने देश के लिए विश्व कप में खेले। सचिन तेंदुलकर जैसे भारतीय क्रिकेटर में 6 विश्व कप खेले हैं वहीं वीवीएस लक्ष्मण जैसे बेहतरीन बल्लेबाज को कभी विश्व कप टीम में जगह नहीं मिली। आज हम आपको 3 मशहूर भारतीय क्रिकेटर के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें सिर्फ एक ही वर्ल्ड कप खेलने का मौका मिला।
3. संदीप पाटिल
भारतीय टीम के पूर्व बल्लेबाज संदीप पाटिल को विश्व कप में बार ही मैच खेलने का मिला है। वह 1983 में विजेता बनी टीम का हिस्सा थे लेकिन इसके बाद उन्हें विश्व कप में खेलने का मौका नहीं मिला।
1983 में पाटिल ने टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई थी। 8 मैचों में उनके बल्ले से 216 रन निकले थे। सेमीफाइनल में उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ 32 गेंद में 51 रनों की पारी खेलकर टीम को जीत दिलाई थी।
2. रॉबिन सिंह
भारतीय टीम के पूर्व ऑलराउंडर रॉबिन सिंह को भी एक ही विश्व कप खेलने का मौका मिला है। वह 1999 में टीम का हिस्सा थे। उन्होंने 1989 में भारत के लिए पहला वनडे मैच खेला था वहीं अंतिम मैच 2001 में खेला। उन्होंने भारत के लिए 136 वनडे मैच खेले।
इस वर्ल्ड कप में गेंद और बल्ले से उनका प्रदर्शन अच्छा रहा था लेकिन इसके बावजूद टीम कुछ खास नहीं कर पाई थी। रॉबिन ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 75 रनों की शानदार पारी खेली थी। श्रीलंका के खिलाफ हुए मैच में उन्होने 5 विकेट भी चटकाए थे।
1. गौतम गंभीर
विश्व कप 2011 फाइनल के हीरो रहे गौतम गंभीर को भी एक की आईसीसी क्रिकेट विश्व कप खेलने का मौका मिला। गंभीर इस वर्ल्ड कप में सचिन तेंदुलकर के बाद भारत के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज थे।
उन्होंने भारत के लिए 2004 में डेब्यू किया था वहीं 2018 में इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लिया। उन्हें 2007 और 2015 के लिए टीम मेंं जगह नहीं मिली थी। 2011 के फाइनल में उनके बल्ले से 97 रनों की पारी निकली थी। यह किसी भी आईसीसी विश्व कप फाइनल में भारतीय बल्लेबाज का सबसे बड़ा स्कोर भी है।