वेस्टइंडीज दौरे के लिए भारतीय टीम का चयन कर दिया गया है. कैरेबियाई दौरे पर टीम इंडिया विराट कोहली की कप्तानी में तीन ट्वेंटी-20, तीन एकदिवसीय और दो टेस्ट मैचों की श्रृंखला खेलती नजर आएगी. विंडीज सीरीज के लिए कई खिलाड़ी ऐसे रहे, जिनको चयनकर्ताओं ने टीम में मौका नहीं दिया.
वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में मिली हार के बाद टीम इंडिया के बड़े बदलाव के आसार लगाये जा रहे थे, लेकिन ऐसा कुछ देखने को नहीं मिला. कुछ खिलाड़ी तो ऐसे रहे, जिनको एक बार फिर से चयनकर्ताओं ने टीम से नजरअंदाज ही कर दिया.
आज इस लेख के माध्यम से हम आपको भारतीय क्रिकेट टीम के उन तीन खिलाड़ियों के नाम बताने जा रहे है, जिनको टीम के चयनकर्ता अच्छी फॉर्म में होने के बाद भी हमेशा ही टेस्ट सीरीज के लिए नजरअंदाज करते रहे है.
आइये डालते है, एक नजर ऐसे ही तीन भारतीय खिलाड़ियों के नाम पर :
3 . जयंत यादव
इस सूचि में सबसे पहला नाम हरियाणा के जयंत यादव का आता है. जी हां ! यह वही जयंत यादव है, जिन्होंने साल 2016-17 टेस्ट श्रृंखला में इंग्लैंड के विरुद्ध शानदार शतक जमाया था. जयंत यादव को भी हमेशा टेस्ट सीरीज के लिए चयनकर्ताओं द्वारा नजरअंदाज किया जाता है.
29 वर्षीय जयंत यादव ने भारतीय टीम के लिए चार टेस्ट मैच खेले और इस दौरान 45.60 की औसत के साथ कुल 228 रन बनाने में कामयाब हुए. टेस्ट में जयंत यादव के नाम पर एक शतक और एक अर्द्धशतक भी दर्ज है. चार टेस्ट मैचों में यादव जी 11 विकेट भी अपने नाम कर चुके है.
साल 2016-17 में जब इंग्लैंड की टीम भारत दौरे पर आई थी, तब जयंत को टीम इंडिया के टेस्ट डेब्यू करने का मौका मिला था, उसके बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर गावस्कर टेस्ट श्रृंखला में भी जयंत यादव टीम के लिए खेलते न्जे आये. मगर इस टेस्ट सीरीज के बाद उनको हमेशा के लिए टेस्ट टीम से ड्राप कर दिया गया.
जयंत यादव को टीम इंडिया के चयनकर्ताओं ने आगे किसी भी टेस्ट सीरीज के लिए टीम का हिस्सा नहीं बनाया, जबकि उनका प्रदर्शन घरेलू क्रिकेट और इंडिया ए की टीम के लिए काफी जोरदार रहा था.