चेन्नई सुपर किंग्स की टीम आईपीएल 2020 में कुछ खास नहीं कर पाई थी और पॉइंट्स टेबल के 7वें पायदान पर रही थी. इस सीजन उनके फैंस को इस टीम से काफी उम्मीदें है, लेकिन जिस तरह पहले मैच में चेन्नई दिल्ली कैपिटल्स से हारी, उसे देखते हुए उनके फैंस की चिंता और बढ़ गई है.
आज हम आपकों अपने इस ख़ास लेख में वह 3 कारण बताएंगे, जिसके चलते कहा जा सकता है कि पिछले सीजन की तरह इस सीजन भी यह टीम फिसड्डी ही साबित होगी.
चेन्नई के बल्लेबाजों की डिफेंसिव अप्रोच
पिछले सीजन से ही देखा जा रहा है कि चेन्नई सुपर किंग्स के बल्लेबाज काफी डिफेंसिव अप्रोच से बल्लेबाजी कर रहे हैं. ऋतुराज गायकवाड़ का स्ट्राइक रेट पिछले सीजन जहां 120.71 का था. वहीं महेंद्र सिंह धोनी का स्ट्राइक रेट मात्र 116.27 का था.
अंबाती रायडू भी स्ट्राइक रेट के मामले में कुछ ख़ास नहीं रहे थे और 127.30 के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी कर पाए थे. फाफ डू प्लेसी भी अपनी पारी की शुरूआत में कुछ गेंद लेना पसंद करते हैं.
बल्लेबाजी की इसी डिफेंसिव अप्रोच ने चेन्नई को आईपीएल 2020 में 7वां पायदान दिया था. आईपीएल 2021 टूर्नामेंट के पहले मुकाबले में भी टीम के टॉप ऑर्डर से डिफेंसिव अप्रोच देखने को मिली थी. ऐसे में अगर इस सीजन चेन्नई सुपर किंग्स को कुछ खास करना है, तो उसके बल्लेबाजों आक्रमक अंदाज से खेलना होगा.