पाकिस्तान क्रिकेट टीम इन दिनों जिम्बाब्वे के दौरे पर है. जहां इस वक्त वो टेस्ट सीरीज में व्यवस्त है. पाकिस्तान और जिम्बाब्वे के बीच सीरीज का दूसरा टेस्ट मैच आज से हरारे में खेला जा रहा है. इस मैच में पाकिस्तान की तरफ से 36 वर्षीय तेज गेंदबाज ने अपने टेस्ट करियर की शुरुआत की है.
ये काफ़ी चौंकाने वाली बात है कि इस क्रिकेटर को इतनी उम्र में अपने टेस्ट करियर की शुरुआत करने का मौका पाकिस्तान के मैनेजमेंट ने दिया. इसी के साथ ये उम्रदराज क्रिकेटर पाकिस्तान की तरफ से सबसे अधिक उम्र में डेब्यू करने वाले दूसरे क्रिकेटर हैं.
ताबिश खान ने 36 की उम्र में किया टेस्ट डेब्यू
जिम्बाब्वे के खिलाफ आज पाकिस्तान के 36 वर्षीय तेज़ गेंदबाज़ ताबिश खान ने डेब्यू किया. हालांकि ताबिश खान कोई पहले क्रिकेटर नही हैं जिन्होंने इतनी उम्र में पाकिस्तान के लिए डेब्यू टेस्ट खेला हो. ताबिश खान से पहले 1995 में मिरन बक्श ने 47 साल और 284 दिन की उम्र में पाकिस्तान की तरफ से पहला अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट खेला था.
36 साल 142 दिन की उम्र में टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू करने वाले ताबिश खान दूसरे खिलाड़ी हैं. वहीं इस मामले में तीसरे नंबर पर जुल्फ़िकार बाबर हैं जिन्होंने 34 साल 308 दिन की उम्र में साल 2013 में अपना पहला अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट खेला था.
खिलाड़ियों के चयन को लेकर पीसीबी पर हमेशा उठते हैं सवाल
अक्सर देखा जाता है कि खिलाड़ियों के चयन के मामले में पासीबी (PCB) को वहां के पूर्व खिलाड़ियों और मीडिया के द्वारा निशाना बनाया जाता है. ताबिश खान को 36 साल की उम्र में पाकिस्तान की तरफ से पहला टेस्ट खेलने को मिला, जिसके चलते पीसीबी को आलोचनाओं का शिकार होना पड़ा है.
वहीं कई ऐसे भी खिलाड़ी हैं जिनका घरेलू क्रिकेट में रिकॉर्ड कुछ खास नहीं था मगर पीएसएल में किए गए प्रदर्शन पर उन्हें राष्ट्रीय टीम में जगह मिल गई. पाकिस्तान क्रिकेट टीम में कई ऐसे खिलाड़ी हैं जिनकी वर्षो बाद टीम में वापसी हुई. इसका सबसे बड़ा उदाहरण फवाद आलम (Fawad Alam) हैं जिन्होंने एक दशक बाद टीम में वापसी करते हुए शानदार प्रदर्शन किया.
टी-20 के बाद अब टेस्ट सीरीज पर पाकिस्तान की नजर
पाकिस्तान ने जिम्बाब्वे को टी-20 सीरीज में 2-1 से मात दी थी. दो टेस्ट मैचों की सीरीज में भी पाकिस्तान पहला टेस्ट जीतकर सीरीज में 1.0 से आगे है.
पाकिस्तान ने इससे पहले दक्षिण अफ्रीका को उसी के घर में वनडे और टी-20 सीरीज में हराया था. इस सीरीज में बेहतरीन प्रदर्शन करने के दम पर बाबर आजम आईसीसी (ICC) की वनडे रैंकिंग में नंबर 1 पर पहुंच गए थे.