पार्थिव पटेल

विश्व क्रिकेट में मौजूदा वक्त में भारतीय क्रिकेट का जलवा है। भारत ने बीते कुछ वक्त में ये साबित किया है कि वह ना केवल घरेलू सरजमीं पर जीत दर्ज कर सकता है, बल्कि विदेशों में भी टीम ने जीत का परचम लहराया है।

लेकिन ये कहना गलत नहीं होगा की आज विश्व क्रिकेट में टीम इंडिया जिस स्तर पर पहुंची है, उसका क्रेडिट भारते के कुछ अहम कप्तानों को जाता है, जिन्होंने एक के बाद एक टीम की कमान संभाली और आज इस मुकाम तक पहुंचाया।

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तो आइए इस आर्टिकल में आपको भारत के उन 4 कप्तानों के बारे में बताते हैं, जिन्होंने टीम इंडिया के लिए शानदार प्रदर्शन किया और इस स्तर तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई।

1- कपिल देव

भारतीय क्रिकेट

भारतीय क्रिकेट टीम आज जिस मुकाम पर है, उसकी नींव रखने वाले खिलाड़ियों में से एक कप्तान व दिग्गज ऑलराउंडर कपिल देव का है। कपिल देव भारत के पहले ऐसे कप्तान रहे जिन्होंने देश में क्रिकेट को आगे बढ़ाने का काम किया। कपिल देव के नाम का जिक्र होने के साथ ही सन् 1983 के विश्व कप तस्वीरें दिमाग में आने लगती है।

कपिल देव भारत के पहले कप्तान रहे, जिन्होंने देश को एकदिवसीय विश्व कप जिताया। 1983 में टीम इंडिया ने लगातार दो बार की चैंपियन वेस्टइंडीज को 34 रनों से हराकर टूर्नामेंट जीता था। इस जीत के साथ भारत में क्रिकेट के खेल के प्रति आने वाली पीढ़ी में रुझान पैदा हुआ।

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सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ जैसे दिग्गज स्वयं यह बात कहते हैं कि कपिल देव के विश्व कप जीतने के बाद से ही उन्होंने देश के लिए क्रिकेट खेलने का सपना देखा था। कपिल ने युवा पीढ़ी को प्रेरित करने के साथ-साथ युवा खिलाड़ियों को एक ऑलराउंडर की टीम में क्या अहमियत होती है, यह भी बताया।

यदि आंकड़ों की बात करें, तो कपिल देव ने 34 टेस्ट मैचों की कप्तानी की और चार में जीत दर्ज की, जबकि सात में हार का सामना करना पड़ा। वहीं 23 मैच ड्रा रहे। एकदिवसीय स्तर पर उन्होंने बतौर कप्तान 74 मैच खेले और 39 में जीत दर्ज की, जबकि 33 में हार नसीब हुई. दो मैचों का परिणाम नहीं निकल सका।