एक बार फिर से भारतीय क्रिकेट टीम की सत्ता रवि शास्त्री के हाथों में आ गई है. 16 अगस्त को सीएसी के प्रमुख कपिल देव, अंशुमन गायकवाड़ और शांता रंगास्वामी ने 56 वर्षीय रवि शास्त्री को एक बार फिर से भारतीय क्रिकेट टीम का हेड कोच नियुक्त किया था.
रवि शास्त्री अब अगले 26 महीने यानी साल 2021 में खेले जाने वाले वर्ल्ड टी-20 तक टीम इंडिया के कोच बने रहेंगे. रवि शास्त्री के कोच बनाये जाने के बाद सोशल मीडिया पर ज्यादातर लोगों ने इसका विरोध किया, जबकि कुछ लोग काफी खुश भी नजर आए.
आज अपने इस लेख के माध्यम से हम आपको रवि शास्त्री से जुड़े पांच ऐसे बड़े विवादों के बारे में बताने का रहे है, जिनके बारे में आपकों शायद ही पता होगा.
आइये डालते है, एक नजर रवि शास्त्री से जुड़े 5 बड़े विवादों पर –
# जब हेड कोच को लेकर रवि शास्त्री और सौरव गांगुली के बीच हुआ विवाद
टीम इंडिया के हेड कोच और पूर्व कप्तान सौरव गांगुली के बीच विवाद की खबरें किसी से भी छिपी नहीं है. यह बात साल 2016 की हैं, जब सीएसी को नए कोच के चयन की जिम्मेदारी सौंपी गई थी. उस समय रवि शास्त्री टीम इंडिया के हेड कोच नहीं बन पाए थे और उन्होंने इसका जिम्मेदार सौरव गांगुली को माना था.
सीएसी में उस समय सचिन तेंदुलकर, वीवीएस लक्ष्मण और सौरव गांगुली थे. इंटरव्यू के समय जब रवि शास्त्री का नंबर आया तब वह अपने परिवार के साथ बैंककॉ में छुट्टियाँ मना रहे थे. शास्त्री वीडियो कॉल के जरिये इंटरव्यू देने आये थे और यह बात सौरव गांगुली को बिल्कुल भी पसंद नहीं आई.
सौरव गांगुली ने रवि शास्त्री का इंटरव्यू भी नहीं लिया और मीटिंग छोड़ बीच में ही बाहर चले गये थे. इस पर रवि शास्त्री ने भी अपने एक बयान में कहा था कि
”सिलेक्शन कमेटी का एक सदस्य (सौरव गांगुली) तो इंटरव्यू प्रोसेस के दौरान मौजूद ही नहीं थे. ये मेरी और सिलेक्शन प्रोसेस की बेइज्जती है. मैंने टीम डायरेक्टर के रूप में अच्छा काम किया था और कोच ना बन पाने को लेकर काफी दुखी हूँ.”
रवि शस्त्री के बयान के बाद सौरव गांगुली ने भी उनको जवाब देते हुए कहा था, कि ”शास्त्री को पूरे फैक्ट्स की जानकारी नहीं हैं. मैंने उनकी बेइज्जती नहीं की. मेरी मीटिंग पहले से तय थी, इसलिए मैं गया था.अगर शास्त्री ऐसा सोचते हैं कि मेरी वजह से वे कोच नहीं बन पाए, तो वह मूर्खों की दुनिया में जी रहे है.”