खेल डेस्क, व्यक्ति के जीवन में सबसे जरुरी है उसका फिट रहना क्योंकि, अगर वह अनफिट होकर रहता है तो सफल नहीं हो पायेगा. इसी तरह से खेलों में भी यही नियम है और खासकर जब बात क्रिकेट की हो रही हो, तो फिटनेस के मायने तो और अधिक बढ़ जाते हैं. टीम इंडिया की ओर से खेलने वाले कई क्रिकेटर रहे हैं, जो खेल की वजह से गंभीर चोट का सामना करना पड़ा है.
आइये जानते हैं ऐसे ही पांच खिलाडियों को –
मोहम्मद शमी
टीम इंडिया के तेज़ गेंदबाजों में से एक मोहम्मद शमी भी कई महीने तक गंभीर चोट से जूझ चुके हैं. मोहम्मद शमी को विश्व कप 15 से पहले चोट लगी थी, जिसके बाद वे लम्बे अंतराल तक टीम इंडिया से बाहर रहे. मोहम्मद शमी को लगी घुटने पर इस ने चोट कई महीनों तक दर्द दिया. खैर, इसके बाद चोट से उबरते हुए शमी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हो रही वनडे सीरीज में शामिल हुए लेकिन पर्थ में प्रक्टिस के दौरान शमी फिरसे चोटिल हुए और छह हफ़्तों के लिए टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया.
वीरेन्द्र सहवाग
टीम इंडिया के पूर्व खिलाडी वीरेन्द्र सहवाग भी लम्बे वक़्त तक के लिए चोट से जूझते रहे. यही वजह थी कि सहवाग को क्रिकेट के मैदान से बाहर रहना पड़ा था. और धीरे-धीरे उनके करियर का अंत हो गया.
जवागल श्रीनाथ
भारत के इतिहास में जब भी तेज़ गेंदबाजों की बात होती है, तो उसमे जवागल श्रीनाथ की चर्चा जरुर होती है. टीम इंडिया के इस पूर्व तेज़ गेंदबाज ने टीम को कई अहम् मौकों पर जीत दिलवाई है. लेकिन चोट की वजह से उनका शोल्डर साल 1997 में चोटिल हो गया था. इस वजह से वे काफी दिनों तक जूझते रहे और कहीं न कहीं इससे जवागल के करियर पर भी असर पड़ा.
मनोज तिवारी
वेस्ट बंगाल के क्रिकेटर और टीम इंडिया की तरफ से खेलने वाले मनोज तिवारी भी चोटिल होने की वजह से मैदान से बाहर रह चुके हैं. अपने पहले वनडे के लिए बांग्लादेश गए मनोज तिवारी को चोट का सामना करना पड़ा था. इसके बाद वे बैगैर कोई मैच खेले वापस आ गये और डेब्यू करने के लिए उन्हें और इंतज़ार करना पड़ा.
रयान हैरिस
रयान हैरिस ऑस्ट्रेलिया के बेहतरीन खिलाडियों में से एक हैं. रयान को जब साल 2015 में होने वाले एशेज सीरीज के लिए टीम में शामिल किया गया तो उन्हें चोट लग गयी. यह चोट इतनी बड़ी थी, कि वे सीरीज का एक भी मैच नहीं खेल सके और पूरी सीरीज के लिए बाहर हो गए.