कैप्टन कूल कहे जाने वाले महेंद्र सिंह धोनी के बाद टीम इंडिया की कमान मैदान पर एग्रेसिव दिखने वाले विराट कोहली के कन्धों पर है. हर कप्तान की अपनी शैली होती है जिसके अनरूप वह टीम को लेकर चलता है.
आज हम धोनी और विराट की कप्तानी में उन खिलाड़ियों के प्रदर्शन में होने वाले अचानक बदलाव के बारे में बताएंगे. हम बताएंगे उन पांच खिलाड़ियों के बारे में जिनके प्रदर्शन में अचानक कोहली की कप्तानी में सुधार आ गया.
1- अमित मिश्रा
दाएँ हाथ से लेगब्रेक गेंदबाजी करने वाले मिश्रा जी ने 22 टेस्ट मैच खेला. जिसमें उन्होंने 45.82 की ख़राब औसत से सिर्फ 34 विकेट लिए. वहीं मिश्रा जब से कोहली की कप्तानी में खेलने लगे सबकुछ बदल सा गया.
कोहली की कप्तानी में सिर्फ 7 मैचों में 20.64 की शानदार औसत से 28 विकेट ले चुके हैं. मौजूदा समय में मिश्रा टेस्ट टीम के नियमित गेंदबाज नहीं हैं.
2- चेतेश्वर पुजारा
पुजारा ने धोनी की कप्तानी में 26 टेस्ट मैच खेला. जिसमें उन्होंने 47.11 की औसत से 6 शतक समेत 2000 रन बनाए. दूसरी तरफ कोहली की कप्तानी में पुजारा ने 12 मैचों में ही 2 शतक और 5 अर्धशतक लगा डाला है.
विराट की कप्तानी में ही पुजारा ने न्यूज़ीलैंड के खिलाफ अपने करियर का बेस्ट प्रदर्शन करते हुए 6 पारियों में 70 की औसत से 373 रन बनाए.
3- रविन्द्र जडेजा
बाएं हाथ के स्पिनर ने धोनी की कप्तानी में कुल 12 टेस्ट खेलें. जिसमें जडेजा ने 30.37 की औसत से 45 विकेट लिए. वहीं जब जडेजा ने कोहली की कप्तानी में खेलना शुरू किया तो जडेजा ने अपने प्रदर्शन से सबको हैरान कर दिया.
जडेजा ने कोहली की कप्तानी में खेलते हुए 8 गेमों में 40 विकेट झटके हैं यानी जडेजा की यहां औसत 15.82 की हो जाती है.
4- अजिंक्य रहाणे
धोनी की कप्तानी में खेलते हुए रहाणे ने 23 पारियों में 45.90 की औसत से लगभग 1000 रन बनाए. जिसमें रहाणे के तीन शतक भी शामिल हैं.
वहीं जब इन्होंने विराट की कप्तानी में खेलना शुरू किया तब मुंबई के इस बल्लेबाज ने 27 पारियों में 56.59 की औसत से 1245 रन बना दिया है.
5- रविचंद्रन अश्विन
2011 और 2014 के बीच धोनी की कप्तानी के तहत 22 टेस्ट में अश्विन ने 109 विकेट झटके. इस दौरान इसकी औसत 28.77 की रही. अश्विन ने धोनी की कप्तानी में 9 बार हॉल किया. लेकिन जब अश्विन विराट की कप्तानी में खेलने आये तो बिल्कुल निखर गए.
वहीं कोहली की कप्तानी में अश्विन ने 16 टेस्ट खेलें हैं. जिसमें उन्होंने 18.31 की औसत से 109 विकेट लिए हैं. इस बार अश्विन कुल 12 बार 5 विकेट हॉल कर चुके हैं.