खेल डेस्क, बुधवार को हुए भारत और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच वनडे मैचों की सीरज के चौथे मैच में अंपायर हेल्मट पहनकर मैदान मैं उतरे। यह पहला ऐसा मौका था जब कोई अंपायर हेल्मट पहनकर इंटरनेशनल मैच में अंपायरिंग करने उतरा हो। इसका कारण यह था, कि खेल के दौरान कई बार गलती से अंपायर को गेंद लग जाती है, जिससे वे एक फील्डर की तरह गेंद को रोक देते हैं। हालांकि यह गलती से ही होता है, लेकिन इससे उनके चोटिल होने की संभावनाएं बहुत बढ़ जाती है।
आइए जानते हैं ऐसे ही पांच मौके जब फील्डर की भूमिका में नजर आए अंपायर्स :
स्टीव डेविस
वेस्टइंडीज और पाकिस्तान के खिलाफ साल 2013 में एक ऐसा वाकया घटा था जो इस मसले पर यादगार बन गया। चौथे मैच में पाक खिलाड़ी मिस्बाह के बल्लेबाज से दनदनाता हुआ एक स्ट्रेट ड्राइव निकला और इसके बाद यह सीधे अंपायर से टकरा गया। हालांकि अगर अंपायर वहां न होते तो यकीनन यह चौका ही गया होता।
अंपायर मैरेइस एरामस
टीम इंडिया साल 2013/14 पर ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर गई हुई थी। इसी दौरान उमेश यादव ने एक ऐसी गेंद फेंकी जिसपर स्टार्क ने स्ट्रेट ड्राइव शॉट खेला। यह शॉट सीधे अंपायर के हाथ में लगी थी। इसके बाद वे हंसे बिना नहीं रह पाए, लेकिन चोट उनको लगी थी यह साफ तौर पर नजर आ रहा था।
पीटर पार्कर
घरेलू मैच के दौरान अंपायर पीटर पार्कर ने गेंद को पकड़ने की कोशिश की। हालांकि यह सब तेजी के साथ घटा तो इसलिए गेंद चार रन चली गई। इस घटना के बाद भी सभी खिलाड़ी बिना हंसे नहीं रह पाए। यह मैच दक्षिण ऑस्ट्रेलिया और न्यू साउथ ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला गया था।
बीसी कूरे
1996 विश्व कप के दौरान वेस्टइंडीज के कप्तान रिची रिचर्डसन ने एक शॉट खेला। काफी तेज गति से खेले गए इस शॉट की वजह से गेंद सीधा लेग अंपायर बीसी कूरे को लगी। गेंद लगने के बाद रुक तो गई लेकिन इससे अंपायर चोटिल भी हो गए थे।
गैरी बैक्सटर
साल 2007 में बांग्लादेश और न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे मैच में एक और वाकया सामने आया। इस मैच में बांग्लादेश के अब्दुर रज्जाक ने एक शॉट खेला जो अंपायर बैक्सटर को जा लगा। हालांकि गैरी ने काफी बचने का प्रयास किया था लेकिन इसमें वो सफल न हो सके थे।