सौरव गांगुली की पुणे वॉरियर्स इंडिया और धोनी की राइजिंग पुणे सुपरजायंट्स के बीच पांच समानताएं 1

प्रभावी ऑलराउंडर की कमी

टी-20 में प्रभावी ऑलराउंडर की महत्‍ता बहुत अधिक है। ड्वेन ब्रावो, आंद्रे रसेल और शेन वॉटसन जैसे खिलाड़ी टीम के लिए बहुत काबिल माने जाते हैं। धोनी को चेन्‍नई सुपर किंग्‍स में ब्रावो की सर्विस हासिल थी। इस बार आरपीएस में उन्‍हें इसकी काफी कमी खली। गांगुली के लिए भी यहीं चिंता थी। जेसी राइडर और मार्लोन सैमुअल्‍स हर बार उम्‍मीद के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर सके। टी-20 में आंद्रे रसेल जैसे खिलाड़ी को काफी मूल्‍यवान माना जाता है जो गेंद से चार ओवर कर सके और बल्‍ले से भी उपयोगी प्रदर्शन कर सके। थिसारा परेरा ने धोनी की टीम के लिए प्रभावी ऑलराउंडर बनने की कोशिश की लेकिन श्रीलंकाई खिलाड़ी का प्रदर्शन नाकाफी रहा।

Advertisment
Advertisment

abhinigam

मै क्रिकेट का बहुत बड़ा प्रसंशक हूँ, क्रिकेट से जुड़ी सभी खबरे मुझे दूसरों के साथ...