भारत में क्रिकेट को एक धर्म को तरह माना जाता हैं, लेकिन भारतीय क्रिकेट में सालो से कुछ ऐसी झूठी कहानी चलती आई हैं जिनका कोई वाजूद नहीं है.
ये है भारतीय टीम की 5 झूठी घटनाये जो अंत में सच साबित हुई थी:
1. युवराज सिंह का एकदिवसीय क्रिकेट में पदार्पण
सिमित ओवर क्रिकेट के सबसे शानदार बल्लेबाज़, युवराज सिंह नैरोबी में आयोजित आईसीसी नॉकआउट ट्राफी 2000 के दौरान ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध 84 रनों की खेलकर सुर्खियो में आयें.
इसमें कोई शक नहीं कि युवराज की यह पारी बेहद शानदार थी, लेकिन शायद ही क्रिकेट फैन्स को पता होगा कि यह पारी उनकी उनके एकदिवसीय पदार्पण मैच में नहीं आई. युवराज ने एकदिवसीय में पदार्पण उसी प्रतियोगिता में केन्या के विरुद्ध किया.
केन्या के विरुद्ध भारत को युवराज की बल्लेबाजी की जरुरत ही नहीं पड़ी, 209 रनों के लक्ष्य को भारत के उपरीक्रम के बल्लेबाज़ गांगुली और द्रविड़ ने अर्द्धशतक मारकर आसानी से हासिल कर लिया.
युवराज ने अपने एकदिवसीय मैच में केन्या के विरुद्ध 4 ओवरों में 16 रन दिए जबकि उन्हें कोई भी विकेट हासिल नहीं हुई.