5 क्रिकेटर जिन्होंने भारत के लिए खेला विश्व कप पर कभी नहीं खेल सके एक भी टेस्ट मैच 1
AUCKLAND, NEW ZEALAND - FEBRUARY 08: Virat Kohli, Kedar Jadhav and Yuzvendra Chahal of India celebrate the wicket of Tim Southee of the Black Caps during game two of the One Day International Series between New Zealand and India at at Eden Park on February 08, 2020 in Auckland, New Zealand. (Photo by Hannah Peters/Getty Images)

छोटे स्तर से अपने क्रिकेट करियर को शुरु करने वाले सभी खिलाड़ियों का लक्ष्य अपने देश के लिए खेलना होता है। तममा खिलाड़ी इस ख्वाब को साकार नहीं कर पाते। तो वहीं कुछ खिलाड़ी अपनी मेहनत और लगन के दम पर टीम में एंट्री कर लेते हैं।

राष्ट्रीय टीम में एंट्री करने वाले सभी खिलाड़ी मैगा इवेंट्स जैसे आईसीसी विश्व कप में अपनी टीम का नेतृत्व करना चाहते हैं। साथ ही खिलाड़ियों के लिए टेस्ट क्रिकेट में टीम का हिस्सा बनना बड़े सम्मान की बात होती है।

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लेकिन क्या आप जानते हैं भारतीय क्रिकेट टीम में कई ऐसे खिलाड़ी हुए हैं, जिन्हें सीमित  ओवर में खेलने के तो पर्याप्त मौके मिले, लेकिन वह टेस्ट टीम में डेब्यू तक नहीं कर सके।

तो आइए इस आर्टिकल में आपको ऐसे 5 खिलाड़ी बताते हैं जिन्होंने विश्व कप में राष्ट्रीय टीम का प्रतिनिधित्व किया लेकिन टेस्ट में उन्हें डेब्यू करने का मौका नहीं मिला।

 विश्व कप खेलने वाले 5 खिलाड़ियों को नहीं मिला टेस्ट में एंट्री का मौका

1- दिनेश मोंगिया

5 क्रिकेटर जिन्होंने भारत के लिए खेला विश्व कप पर कभी नहीं खेल सके एक भी टेस्ट मैच 2

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व बाएं हाथ के बल्लेबाज दिनेश मोंगिया भी इस लिस्ट में शामिल हैं। भारतीय क्रिकेट में एक वक्त था, जब मोंगिया टीम इंडिया के अहम खिलाड़ियों में से एक थे और उन्होंने 2003 का वनडे विश्व कप भी खेला था। 2003 के विश्व कप में दिनेश मोंगिया ने टीम इंडिया के सभी मैचों की प्लेइंग इलेवन का हिस्सा रहे।

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अपने करियर में 57 एकदिवसीय और 1 टी20 खेलने वाले दिनेश को एक बार भी टेस्ट डेब्यू करने का मौका नहीं मिला। बात अगर दिनेश मोंगिया के फर्स्ट क्लास करियर की करें तो वह बढ़िया था। उन्होंने 121 मैचों में लगभग 49 की औसत के साथ 8028 रन बनाए और 46 विकेट भी हासिल किए।

असल में जब मोंगिया टीम के लिए सीमित ओवर क्रिकेट खेल रहे थे, तब भारत की टेस्ट टीम में एक से बढ़कर एक खिलाड़ी मौजूद थे। मध्य क्रम में वीवीएस लक्ष्मण का दबदबा था। ऐसे में मोंगिया को मौका मिलना नामुमकिन था।