Rohit Sharma: भारतीय टीम में एक ऐसा खिलाड़ी भी है जिसे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपना नाम बनाने में थोड़ा समय लगा, लेकिन जब उसने सीमित ओवर क्रिकेट में ओपनिंग करना शुरू किया, तब से इस खिलाड़ी का ग्राफ लगातार ऊपर जाने लगा। बीते कुछ सालों में इस खिलाड़ी ने कई कीर्तिमान बनाए और कई ध्वस्त भी किए।
टीम इंडिया के उस दिग्गज खिलाड़ी ने सीमित ओवर क्रिकेट में खूब धूम मचाने के साथ आईपीएल में भी बतौर कप्तान एक बेमिसाल रिकॉर्ड बनाया है। जी हां, हम बात कर रहे हैं, टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma), जिन्होंने अपना पहला इंटरनेशनल वनडे 2007 में आयरलैंड के खिलाफ खेला था। वहीं दूसरी तरफ उनके साथ और आस-पास कई खिलाड़ियों ने डेब्यू किया लेकिन उनमें से कुछ खिलाड़ी अब क्रिकेट को अलविदा कह चुके हैं। तो चलिए जानते हैं, उन 5 खिलाड़ियों के बारे में।
युसूफ पठान
इस लिस्ट में पहला नाम टीम इंडिया के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी युसूफ पठान का है जिन्होंने 22 सितंबर 2007 को इंटरनेशनल क्रिकेट में अपना डेब्यू किया था जबकि रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने 23 जून 2007 को डेब्यू किया था। दोनों के डेब्यू में ज्यादा समय का फासला नहीं है। हालांकि, उन्होंने रोहित से पहले ही अंतररष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया।
इसके पीछे की बड़ी वजह यह थी कि पठान टीम में अपनी जगह पक्की नहीं कर सके। विश्व कप 2011 के बाद से वो टीम इंडिया से अंदर बाहर होते रहे और अंत में फ़रवरी 2021 में उन्होंने अपने संन्यास का ऐलान कर दिया। आखिरी बार वो साल 2012 में भारत के लिए खेलते हुए नजर आए थे। अपने इस छोटे करियर में उन्होंने कई महत्वपूर्ण परियां खेलीं और भारत को जीत भी दिलाई। भारत के लिए उन्होंने 57 वनडे और 22 टी20 मुकाबले खेले। इस दौरान उन्होंने क्रमश: 810 और 236 रन बनाए जबकि 33 विकेट और 13 विकेट भी हासिल किये।
प्रवीण कुमार
इस लिस्ट में दूसरा नाम टीम इंडिया के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी प्रवीण कुमार का है जिन्होंने 18 नवंबर 2007 को इंटरनेशनल क्रिकेट में अपना डेब्यू किया था जबकि रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने 23 जून 2007 को डेब्यू किया था। इस खिलाड़ी ने भी रोहित से पहले ही अंतररष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया। वजह थी, उन्हें टीम में लगातार मौके ना मिलना।
उन्होंने भारत के लिए आखिरी टेस्ट 2011, आखिरी वनडे और आखिरी टी20 2012 में खेला था। इसके बाद ही प्रवीण कुमार टीम इंडिया से बाहर चल रहे थे। अंत में उन्होंने 2018 में क्रिकेट को अलविदा कह दिया। अपने इस छोटे करियर में उन्होंने कई महत्वपूर्ण परियां खेलीं और भारत को जीत भी दिलाई। भारत के लिए उन्होंने 6 टेस्ट, 68 वनडे और 10 टी20 मुकाबले खेले। इस दौरान उन्होंने क्रमश: 27, 77 और 8 विकेट हासिल किये।
सुब्रमण्यम बद्रीनाथ
इस लिस्ट में तीसरा नाम सुब्रमण्यम बद्रीनाथ का है जिन्होंने 20 अगस्त 2008 को इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया था जबकि रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने 23 जून 2007 को इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया था। एस बद्रीनाथ में एक अच्छी बैटिंग स्किल्स थी जो उन्हें बाकि बल्लेबाजों से अलग बनाती थी।आईपीएल में वो चेन्नई सुपरकिंग्स का हिस्सा भी रह चुके हैं जहाँ उनका प्रदर्शन बेहद ही शानदार रहा था लेकिन भारतीय चयनकर्ताओं ने उन्हें अक्सर नजरअंदाज दिया।
या यूं कह सकते हैं कि उन्हें सही समय पर सही स्थान नहीं मिला और वो जल्द ही जगह खो चुके और आज वो किसी भी तरह की क्रिकेट में सक्रिय नहीं हैं। उनके करियर की बात करें तो उन्होंने भारत के लिए 2 टेस्ट, 7 वनडे और 1 टी20 मैच खेले हैं, जिसमें उनके नाम क्रमशः 63, 79 और 43 रन दर्ज हैं। बता दें कि साल 2018 में ही वो क्रिकेट को अलविदा कह चुके हैं।
प्रज्ञान ओझा
इस लिस्ट में चौथा नाम प्रज्ञान ओझा का है, जिनके भीतर प्रतिभा की कोई कमी नहीं थी और इस बात में कोई संदेह भी नहीं है। ओझा ने रोहित शर्मा (Rohit Sharma) के बाद 28 जून 2008 को इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया था। भारतीय क्रिकेट को अनिल कुंबले और हरभजन सिंह के बाद प्रज्ञान ओझा के रूप में एक बेहतरीन गेंदबाज हाथ लगा था।
क्रिकेट के सबसे लंबे फॉर्मेट में तो उन्होंने अपनी जगह भी पक्की कर ली थी लेकिन एक चोट ने उनके करियर पर चोट कर दी और उन्हें उसके बाद से मौका ही नहीं मिल सका है। भारत के लिए ओझा ने 24 टेस्ट, 18 वनडे और 6 टी20 मुकाबले खेले हैं, जिसमें उनके नाम क्रमश: 113, 21 और 10 विकेट दर्ज हैं। बता दें कि 21 फ़रवरी 2020 को उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया।
मनप्रीत गोनी
इस लिस्ट में पांचवां नाम पंजाब के तेज गेंदबाज रहे मनप्रीत गोनी का है जिन्होंने रोहित शर्मा (Rohit Sharma) के बाद 25 जून 2008 को इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया था। गोनी को पहचान साल 2008 के आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेलते हुए मिली थी। चेन्नई की तरफ से खेलते हुए उन्होंने चयनकर्ताओं को प्रभावित किया, जिसके बाद उन्हें सीनियर टीम में मौका मिला।
गोनी ने हांगकांग के खिलाफ एशिया कप में भारत के लिए पदार्पण किया था। हालांकि, इसके बाद उन्हें ज्यादा मौके नहीं दिए गए। कुछ मैच खेलने के बाद अपनी जगह को बरकरार नहीं रख सके और टीम से बाहर हो गए। गोनी इसके बाद वापसी नहीं कर पाए और जल्द ही उनका करियर भी खत्म हो गया। भारत के लिए उन्होंने मात्र 2 वनडे मैच ही खेले, जिसमें उनके नाम 2 विकेट दर्ज हैं। बता दें कि जून 2019 में उन्होंने क्रिकेट को अलविदा कह दिया।