5 मौके जब मैदान पर ही फूटफूट कर रो पड़े भारतीय खिलाड़ी 1

खेल जगत में क्रिकेट एक बहुत ही महान खेलों की श्रेणी में आता है। क्रिकेट का खेल ना केवल एक जेंटलमैन गेम कहा जाता है बल्कि साथ ही साथ ये भावनाओं से जुड़ा खेल हैं। क्रिकेट में हमने और आपने कई बार देखा है जब फैंस अपनी भावनाओं पर काबू नहीं रख पाते हैं और अपनी टीम की हार को लेकर रोने तक लगते हैं।

5 मौके जब भारतीय क्रिकेटर मैदान में भावुकता में बहाने लगे आंसू

वैसे केवल फैंस के साथ ही नहीं रहा है बल्कि खिलाड़ियों के साथ भी देखा गया है। क्रिकेट के इतिहास में अब तक कई बार देखा गया है जब खुद टीम के लिए खेल रहे खिलाड़ी ही अपनी भावनाओं को आगे लाते हुए देखे जाते हैं जिसमें उन्हें बीच मैदान में ही रोते देखा गया है।

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सचिन तेंदुलकर

ऐसा ही विश्व क्रिकेट में कई खिलाड़ियों के साथ ही भारतीय खिलाड़ियों के द्वारा भी देखने को मिला है। तो आपको हम इस रिपोर्ट में भारतीय क्रिकेट टीम के वो 5 मौके बताते हैं जब एक खिलाड़ी को बीच मैदान में ही भावुकता के साथ आंसू बहाते देखा गया।

विनोद कांबली

भारतीय क्रिकेट टीम में अपने शुरुआती दौर में सचिन तेंदुलकर से भी ज्यादा काबिल खिलाड़ी के रूप में उनके साथी विनोद कांबली को माना जाता था। विनोद कांबली भले ही एक छोटे से करियर को अंजाम देने के बाद खत्म गए लेकिन उनके करियर में एक घटना ने उन्हे हमेशा के लिए यादगार बना दिया।

5 मौके जब मैदान पर ही फूटफूट कर रो पड़े भारतीय खिलाड़ी 2

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साल 1996 के विश्व कप के दौरान भारतीय क्रिकेट टीम को सेमीफाइनल मुकाबले में श्रीलंका के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था। इस मैच में कोलकाता के ईडन गार्डन में भारत की हालात नाजुक होते देख दर्शक उग्र हो गए और स्टेडियम में आगजनी कर दी। इसके बाद आखिरी दौर में स्थगित कर दिया। विनोद कांबली नाबाद थे। मैच को खत्म होते देख कांबली बीच मैदान में ही रोने लगे।