कानपुर में खेले गए पहले टेस्ट के दौरान केएल राहुल के चोटिल होने के बाद लगभग 2 वर्षो बाद गौतम गंभीर की भारतीय टीम में वापसी हुई. लेकिन शिखर धवन के रूप में एक और सलामी बल्लेबाज़ होने के कारण दुसरे टेस्ट में भी गंभीर को प्लेयिंग xi में जगह नहीं मिल पाई. भाग्य ने गंभीर के साथ अजीब खेल खेला और दुसरे टेस्ट में शिखर धवन चोटिल होकर सीरीज से बाहर हो गए. जिसके बाद अंतिम में गंभीर सलामी बल्लेबाज़ के रूप में खेले.
34 वर्षीय सलामी बल्लेबाजी ने अपनी काबिलियत के अनुसार न्यूज़ीलैण्ड के विरुद्ध प्रदर्शन किया, गंभीर ने पहली पारी में 29 और दूसरी पारी में 50 रन बनाकर आउट हुई. लेकिन बल्लेबाजी के दौरान गौतम गंभीर की आक्रामकता से सभी काफी प्रभावित हुए. गंभीर ने 29 रनों की पारी के दौरान 2 छक्के और 3 चौके लगाये, जबकि दूसरी पारी में 6 चौको की मदद से 56 गेंदों में अर्धशतक जमाया.
2 वर्षो बाद टीम में वापसी करने वाले गंभीर अब टीम में नियमित रूप से जगह बना सकते हैं.
इस लेख में हम 5 ऐसे कारणों के बारे में पढेगे जिससे यह अनुमान लगाया जा सकता हैं, कि गंभीर की टीम में जगह लगभग पक्की हैं:-