इंग्लैंड में होने वाले विश्वकप में बस कुछ ही समय रह गया है. टीम इंडिया जिसके लिए तैयार है. हालांकि इस बीच महेंद्र सिंह धोनी के फॉर्म को लेकर मीडिया में जमकर चर्चा हो रही है और उनके विश्वकप में खेलने पर सवाल भी खड़े हो रहे हैं. मगर पांच ऐसे कारण हैं जिसकी वजह से धोनी को वर्ल्डकप में खेलना चाहिए.
5. विकेट पर दौड़ने में सबसे तेज
कुछ महीने पहले एक वीडियो वायरल हुआ था. जिसमे धोनी और हार्दिक पांड्या रेस लगाते हुए दिखाई दे रहे थे. उस वीडियो में धोनी पांड्या से आगे निकलते हुए दिखाई दिए थे. जबकि पांड्या भारतीय टीम में सबसे तेज खिलाड़ियों में से एक हैं.
एक और वीडियो आईपीएल के दौरान आया था, जिसमे धोनी, ब्रावो के साथ विकेट के बीच दौड़ते दिखाई दिए थे और एक बार फिर महेंद्र सिंह धोनी आगे रहे थे. जिसका मतलब ये है कि वह सिंगल रन को डबल बनाने में माहिर हैं. जिसका फायदा टीम को होगा.
4. फिनिशर
कुछ लोगों के ये विचार हो सकते हैं कि महेंद्र सिंह धोनी की फिनिशिंग की क्षमता अब कम हो गयी है. दरअसल जब वह अकेले मैच को निकालने में असफल हो जाते हैं उसी समय धोनी पर सवाल उठने लगते हैं. लेकिन हमें ये नही भूलना चाहिए जब विकेट गिर रहे होते हैं तो वह एक तरफ खड़े होकर पारी को आगे बढाने का प्रयास करते हैं.
हालांकि उनमे अभी भी फिनिशिंग की वही क्षमता है, जिसके लिए वह जाने जाते हैं.जिसका सबसे बड़ा उदाहरण आईपीएल है. इसी वर्ष आईपीएल सीजन में धोनी ने कई बार ऐसा कर दिखाया.
3. कोहली के लिए मददगार
विराट कोहली को कई बार महेंद्र सिंह धोनी की सलाह लेते हुए मैच के दौरान देखा गया है. विश्वकप एक बड़ा टूर्नामेंट है जिसमें धोनी का अनुभव विराट कोहली की काफी मदद कर सकता है.
2. स्टंप्स के पीछे सबसे तेज
दुनिया में अगर स्टंप्स के पीछे कोई सबसे तेज है तो वो एम एस धोनी हैं. शायद ही कोई ऐसा हो जो इस पर सवाल उठा सके. धोनी के आलोचकों के पास उनकी फॉर्म पर तो सवाल उठाने के लिए तथ्य हो सकते हैं लेकिन विकेटकीपिंग के मामले में उनके पास कोई सवाल नही है.
स्टंप आउट करना हो या रन आउट करना धोनी के हाथ बिजली की रफ़्तार से काम करते हैं. धोनी जब विकेट के पीछे होते हैं तो दुनिया के बड़े-बड़े बल्लेबाजों को क्रीज़ से बाहर निकलने में डर लगता है.
1. युवाओं के लिए आदर्श
महेंद्र सिंह धोनी के अहम होने का सबसे बड़ा कारण ये है कि वह युवाओं के लिए एक आदर्श हैं. फील्ड के बाहर हो या अंदर धोनी युवा खिलाड़ियों की मदद करते हुए नजर आते है.
आईपीएल हो या राष्ट्रीय टीम धोनी चहल, रिषभ पंत या फिर कुलदीप हों इनके लिए एक मददगार साबित होते हैं. ऐसे में अगर धोनी विकेट के पीछे रहते हैं तो इससे तेज और स्पिन गेंदबाजों का अधिक मनोबल बढ़ेगा.