क्रिकेट सिर्फ एक खेल ही नहीं है बल्कि विश्व में सबसे अधिक पसंद किए जाने वाले खेल में से एक है। खेल कोई भी हो, उसमें नियमों को काफी महत्व दिया जाता है और क्रिकेट में भी ऐसा ही है। जी हां, विश्व क्रिकेट में तमाम नियम बने हुए हैं, जिन्हें फॉलो करते हुए खिलाड़ी मैदान पर प्रदर्शन करते हैं।
असल में समय के साथ कुछ नियमों में बदलाव किए गए, तो कुछ को क्रिकेट को और बेहतर बनाने के लिए हटा दिया गया। लेकिन क्या आप उन नियमों के बारे में जानते हैं जिन्हें आईसीसी ने हटा दिया?
अगर नहीं जानते तो कोई बात नहीं, आज आपको इस आर्टिकल में विश्व क्रिकेट के उन नियमों के बारे में बताते हैं जिन्होंने क्रिकेट पर प्रभाव डाला। तो आइए इस आर्टिकल में आपको ऐसे नियमों के बारे में बताते हैं जिन्होंने क्रिकेट को किया प्रभावित।
इन नियमों को आईसीसी ने क्रिकेट से हटा दिया
1- सुपर सब
क्रिकेट की दुनिया में कई ऐसे नियम थे, जिन्हें आईसीसी ने हटा दिया। यदि आप ‘सुपर सब’ के नियम से वाकिफ नहीं हैं, तो इसमें हैरानी की बात नहीं है क्योंकि तमाम ऐसे लोग हैं जिन्हें इस नियम के बारे में नहीं पता होगा। असल में 2005 में ICC ने एक विचार पेश किया था।
जी हां, आईसीसी चाहती थी की हर टीम के पास एक 12वां खिलाड़ी रखने की इजाजत हो, जो टीम के किसी भी खिलाड़ी की जगह मैदान पर जाकर खेल सके। उदाहरण के लिए वह गेंदबाजी कर सके, बल्लेबाजी या फिर फील्डिंग कर सके। इस 12वें खिलाड़ी को सुपर सब कहा जाता था।
यह नियम ऑलराउंडर खिलाड़ियों के महत्व को बढ़ाने के लिए पेश किया गया था। इस बात में शक नहीं है कि यह विचार एक हलचल की तरह क्रिकेट में आया क्योंकि टीमों ने दूसरी पारी में स्पेसलिस्ट खिलाड़ियों को चुना जाना शुरू कर दिया था और क्रिकेट रणनीतियों के बजाय टॉस में भाग्य का खेल बन गया था। इस नियम की भारी आलोचना हुई और आईसीसी ने 9 महीने बाद इस नियम को हटा दिया।