क्रिकेट के एक मशहुर कहावत हैं ‘Catches Win You Matches’ मतलब कैच पकड़ोगे तो मैच जीतोगे… वाकई में कई बार कैच ड्रॉप करना ना सिर्फ खिलाड़ी को, बल्कि उस टीम को भी बहुत भारी पड़ जाता हैं. बहुत ही जल्द आईसीसी एकदिवसीय विश्व कप का आगाज होने वाला हैं. इस बार वनडे विश्व कप इंग्लैंड और वेल्स के मैदानों पर खेला जायेगा.
चूँकि विश्व कप में अब ज्यादा समय नहीं बचा हैं, तो आज हम आपको विश्व कप से जुड़े एक ऐसे लेख के बारे में बताने जा रहे हैं. जहाँ टीम के खिलाड़ियों ना सिर्फ कैच टपकाए, बल्कि टीम के विश्व कप जीतने के सपने को भी मिट्टी में मिला दिया.
5 ऐसे मौके जब खिलाड़ी की एक गलती की वजह से टीम के विश्व कप जीतने का सपना सपना ही रह गया:-
~ 1999 का विश्व कप गिब्स ने छोड़ा वॉ का कैच
सन 1999 के विश्व कप में यह मैच दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के बीच लीड्स के मैदान पर खेला गया था और इस मैच को ऑस्ट्रेलिया की टीम ने 5 विकेट के अंतर से जीतकर अपने नाम किया था. इस मैच में दक्षिण अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 271/7 का स्कोर बनाया था और ऑस्ट्रेलिया के सामने 272 रनों का लक्ष्य रखा था. एक समय लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया की टीम का स्कोर 48/3 था और बल्लेबाजी के आये कप्तान स्टीव वॉ.
इस मैच में हर्शल गिब्स ने स्टीव वॉ ना सिर्फ एक अहम कैच छोड़ा था, बल्कि दक्षिण अफ्रीका के विश्व जीतने के ख्वाब को भी चकनाचूर कर दिया था. गिब्स ने यह कैच तब छोड़ा, जब स्टीव वॉ 56 के स्कोर पर थे. अंत में स्टीव वॉ ने 110 गेंदों में 120 रनों की शानदार पारी खेली और ऑस्ट्रेलिया की टीम को मैच जीता दिया.
जब हर्शल गिब्स ने स्टीव वॉ का आसान सा दिखने वाला कैच छोड़ा था, तब स्टीव वॉ ने गिब्स से कहा था कि तुमने कैच नहीं, विश्व कप छोड़ दिया हैं.
~ 2007 के फाइनल में फ़र्नांडो से हुई बड़ी चुक
2007 के विश्व कप का फाइनल मैच श्रीलंका और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला गया था. यह फाइनल मैच और विश्व कप ऑस्ट्रेलिया की टीम ने 53 रन से जीतकर अपने नाम किया था. इस मैच में ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज एडम गिलक्रिस्ट ने शानदार 149 रन की तूफानी पारी खेली थी.
विश्व कप का फाइनल मैच बारिश के चलते 38-38 ओवर का कर दिया गया था और बारिश के बाद एडम गिलक्रिस्ट श्रीलंका के गेंदबाजो पर बरस पड़े थे. एक समय जब गिलक्रिस्ट 31 के स्कोर पर खेल रहे थे, तब श्रीलंका के दिलहारा फ़र्नांडो ने अपनी ही गेंद पर उनका एक आसान सा कैच टपका दिया, जो अंत में टीम के लिए बहुत हानिकारक सिद्ध हुआ.
~ 2011 का विश्व कप सचिन के छोड़े गये 4 कैच
2011 के विश्व कप का सेमीफाइनल मैच चिर प्रतिद्वंद्वी भारत और पाकिस्तान के बीच मोहाली में खेला गया था. इस मैच को टीम इंडिया ने 29 रनों से जीतकर अपने नाम किया था और फाइनल में जगह बनाई थी. इस मैच में सचिन तेंदुलकर 115 गेंदों का सामना करते हुए 85 रनों की पारी खेली थी.
सचिन की 85 रनों की पारी के दौरान पाकिस्तान की टीम के खिलाड़ियों ने सचिन तेंदुलकर को एक या दो नहीं, बल्कि पूरे 4 जीवनदान दिए. जी हाँ ! सचिन 85 रन की पारी में पाकिस्तान के खिलाड़ियों ने उनके 4 कैच छोड़े और यही एक बड़ा कारण भी रहा कि पाकिस्तान की टीम सेमीफाइनल मैच हार गयी.
सचिन तेंदुलकर के यह कैच 27 (मिस्बाह उल हक), 45 (यूनिस खान), 70 (कामरान अकमल) और 82 (उम्र अकमल) ने टपकाए थे. अंत में सचिन तेंदुलकर का कैच सईद अजमल की गेंद पर टीम के कप्तान शाहिद अफरीदी ने एक्स्ट्रा कवर की दिशा में पकड़ा था.
~ 2015 में शेन वाटसन का कैच पड़ा महंगा
2015 के विश्व कप में पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया की टीम एक दूसरे के आमने सामने थी. दोनों टीमों के बीच मैच क्वार्टर फाइनल के खेला गया था, यानि जो टीम यह मैच जीतती वह विश्व कप के सेमीफाइनल में एंट्री कर लेती. इस मैच में पाकिस्तान ने ऑस्ट्रेलिया के सामने 214 रनों का आसान सा लक्ष्य रखा था, लेकिन एक समय मेजबान ऑस्ट्रेलिया की टीम का स्कोर 59/3 था.
59/3 के बाद जब वाटसन बल्लेबाजी के लिए आये तब आते ही वहाब रियाज की एक गेंद पर राहत अली ने उनका आसान सा कैच छोड़ दिया, जब कैच छोड़ा गया तब वाटसन मात्र 4 के स्कोर पर खेल रहे थे, अंत में शेन वाटसन ने 66 गेंदों में नाबाद रहते हुए 64 रन बनाये थे और ऑस्ट्रेलिया को सेमीफाइनल में पहुंचाया था. इस मैच को शेन वाटसन और वहाब रियाज के चलते याद किया जाता हैं.
~ 2015 सैमयूल्स के चलते वेस्टइंडीज की टूटी उम्मीद
2015 के विश्व कप का चौथा क्वार्टर फाइनल मैच न्यूजीलैंड और वेस्टइंडीज के बीच खेला गया था. इस मैच में किवी टीम के सलामी बल्लेबाज मार्टिन गुप्टिल ने शानदार 237 रनों की नाबाद पारी खेली थी. इस पारी के दौरान मर्लौन सैमयूल्स ने मार्टिन गुप्टिल का एक आसान सा कैच ड्रॉप कर दिया.
मर्लौन सैमयूल्स ने मार्टिन गुप्टिल का यह कैच न्यूजीलैंड की पारी के पहले ही ओवर में छोड़ा था. जीरोम टेलर की गेंद पर मर्लौन सैमयूल्स ने उस कैच छोड़ा जब मार्टिन गुप्टिल मात्र चार रनों के स्कोर पर खेल रहे थे. गुप्टिल ने अंत में 163 गेंदों का सामना करते हुए 237 रनों की नाबाद पारी खेली.
न्यूजीलैंड की टीम यह मैच 143 रनों के विशाल अंतर से जीतने में कामयाब हुई थी और वेस्टइंडीज की टीम का सफ़र विश्व कप में यही खत्म हो गया था.