3- धवन कुलकर्णी
भारतीय घरेलू क्रिकेट में उन्हें सबसे बेहतरीन गेंदबाजों में से एक माना जाता है, वह इतनी क्षमता रखते है कि उन्हें टीम इंडिया खुद को स्थापित कर सके। यह सुनने में थोड़ा अजीब जरूर लगेगा कि भारत को जिस समय सबसे ज्यादा तेज गेंदबाज की जरूरत थी वह उसी दौरान उभरकर सामने आए। इस साल मुंबई को रणजी ट्रॉफी दिलाने में उनका अहम योगदान रहा और उन्होंने फाइनल में 42 रन देकर पांच विकेट हासिल किए। इसके पहले 2013 में वह 56 रन देकर 9 विकेट हासिल किए थे। लेकिन हद है इसके बाद भी उन्हें अपने आप को बार-बार साबित करना पड़ता है।
2014 में पदार्पण करने के बाद उन्होंने 8 एकदिवसीय मैच खेले और 13 विकेट हासिल किए। अपने तीसरे ही अंतरराष्ट्रीय मैच में उन्होंने अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दिखाया और 34 रन देकर श्रीलंका के खिलाफ 4 विकेट झटके। इसके अगले मैच में उन्होंने 57 रन देकर तीन विकेट लिए। इसके बाद भी अगले औपचारिक बांग्लादेश टूर के लिए उनका चयन नहीं किया गया था। आईपीएल 2016 में उन्होंने गुजरात लायंस की ओर से 18 विकेट अपने नाम किए। अब उन्हें जिम्बाब्वे टूर में जगह दी गई है, अब चयनकर्ताओं से उम्मीद ही कर सकते हैं कि वह उनकी प्रतिभा को देखेंगे और उन्हें सही मायनों में अवसर देंगे।