भारतीय टीम के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू करना हर क्रिकेटर के लिए ज़िंदगी के सबसे बड़े सपने के सच होने जैसा है. इस स्तर तक जाने के लिए हर क्रिकेटर घरेलू क्रिकेट में कड़ी मेहनत और लगातार बेहतरीन प्रदर्शन करने की पूरी कोशिश करता है ताकि चयन हो सके.
इसके अलावा कई टैलेंटेड मगर बदनसीब क्रिकेटर्स ऐसे भी हैं जो घरेलू क्रिकेट तक ही सीमित हो कर रह जाते हैं और इन्हें अक्सर निराशा ही हाथ लगती है. यहाँ हम बात करेंगे 5 उन्हीं क्रिकेटर्स के बारे में जो अब शायद घरेलू क्रिकेट तक ही सिमट कर रह जाएगा.
एस श्रीसंत
आईपीएल 2013 में लगे स्पॉट-फ़िक्सिंग के आरोपों के चलते 7 साल के प्रतिबंध के बाद क्रिकेट में वापसी कर रहे सीनियर तेज़ गेंदबाज़ एस श्रीसंत फिलहाल केरल के लिए सैयद मुश्ताक़ अली ट्रॉफ़ी में खेल रहे हैं. अभी तक इस टी20 टूर्नामेंट में भी उनका प्रदर्शन उतना बेहतर नहीं रहा है.
हालांकि अब इस समय श्रीसंत की भारतीय टीम के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी की संभावनाएं लगभग न के बराबर हो चुकी है. क्रिकेट से 7 साल की दूरी के बाद अब वो धार भी नहीं है. इसलिए ये कहना गलत नहीं होगा कि कोच्चि एक्सप्रेस अब महज़ केरल की सीमाओं तक ही सिमट कर रही जाएगी.