बीते कुछ समय से भारतीय टीम के कई सीनियर भारतीय क्रिकेटर इंटरनेशनल क्रिकेट से दूरी बनाए हुए हैं और जल्द संन्यास (Retirement) का फ़ैसला ले सकते हैं. एक वक़्त था जब ये क्रिकेटर भारतीय टीम का एक अहम हिस्सा थे, लेकिन युवाओं की टीम तैयार होने के बाद इन तमाम सीनियर्स की वापसी के रास्ते अब बंद होते नज़र आ रहे हैं.
हरभजन सिंह
जालंधर के 40 वर्षीय सीनियर ऑफ़ स्पिनर हरभजन सिंह ने भारतीय टीम के लिए अपने अंतरराष्ट्री क्रिकेट करियर की शुरुआत 1998 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ़ बैंगलोर टेस्ट से की थी. तब से अब तक वो भारत के लिए कुल 103 अंतरराष्ट्रीय टेस्ट मैच, 236 वन-डे अंतरराष्ट्रीय मैच और 28 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेल चुके हैं.
इन मैचों में टर्बनेटर के नाम से मशहूर भज्जी ने 417 टेस्ट विकेट, 269 वन-डे अंतरराष्ट्रीय विकेट और 28 टी20 अंतरराष्ट्रीय विकेट लिए हैं. लेकिन बीते कुछ सालों से वो टीम से लगातार बाहर हैं जिसकी वजह टीम में नए खिलाड़ियों की एंट्री है. गौरतलब है कि भज्जी ने अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच 2016 में यूएई के खिलाफ़ ढाका के मैदान पर खेला था. जिसके बाद अब कयास लगाए जा रहे हैं टर्बनेटर जल्द ही संन्यास की घोषणा कर सकते हैं.
मुरली विजय
भारत के लिए 61 अंतरराष्ट्रीय टेस्ट मैच खेल चुके चेन्नई के 36 सीनियर बल्लेबाज़ मुरली विजय ने अपने करियर की शुरुआत 2008 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ़ नागपुर टेस्ट से की थी. अपने लगभग 12-13 साल के अंतरराष्ट्रीय करियर में मुरली विजय ने 61 अंतरराष्ट्रीय टेस्ट मैचों के अलावा 17 वन-डे अंतरराष्ट्रीय और 9 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं.
इन मैचों में टेस्ट क्रिकेट को छोड़ कर सीमित ओवर क्रिकेट में मुरली विजय का प्रदर्शन औसत ही रहा है. इसके अलावा वो बीते कुछ समय से टीम से भी अंदर-बाहर चल रहे हैं. जिसकी वजह से ये संभावना जोर पकड़ने लगी है कि मुरली विजय जल्दी ही अपने क्रिकेट करियर को समाप्त करने का फ़ैसला ले सकते हैं.
अमित मिश्रा
दिल्ली के 38 वर्षीय सीनियर लेग स्पिनर ने भारतीय टीम के लिए अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर की शुरुआत अप्रैल 2013 में साउथ अफ़्रीका के खिलाफ़ ढाका वन-डे से की थी. इसके अलावा उन्होंने अपना टेस्ट डेब्यू 2008 में वेस्टइंडीज़ के खिलाफ़ मोहाली टेस्ट में किया था.
अपने 17 साल के अंतरराष्ट्रीय करियर में मिश्रा कुल 22 टेस्ट, 36 वन-डे अंतरराष्ट्रीय और 10 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेल चुके हैं. इस दौरान उन्होंने 76 टेस्ट विकेट, 64 वन-डे विकेट और 16 टी20 विकेट लिए हैं. गौरतलब है कि फ़रवरी 2017 में अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले अमित मिश्रा की वापसी के अब आसार नामुमकिन से नज़र आ रहे हैं. इस लिहाज़ से मिश्रा जल्द ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह सकते हैं.
पीयूष चावला
2006 में इंग्लैंड के खिलाफ़ मोहाली टेस्ट से अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत करने वाले अलीगढ़ के 32 वर्षीय सीनियर स्पिनर पीयूष चावला ने अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच भारतीय टीम के लिए 2012 में खेला था. 9 साल से राष्ट्रीय टीम से बाहर चल रहे चावला घरेलू क्रिकेट में खेल तो रहे हैं लेकिन फिर भी उनकी वापसी नहीं हो सकी.
पीयूष चावला ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में 3 टेस्ट, 25 वन-डे और 7 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं. इन मैचों में उन्होंने 7 टेस्ट विकेट, 32 वन-डे विकेट और 4 टी20 अंतरराष्ट्रीय विकेट चटकाए हैं. लंबे समय से राष्ट्रीय टीम से बाहर होने के चलते और प्रदर्शन का ग्राफ़ गिरने को ध्यान में रखते हुए पीयूष आने वाले दिनों में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह सकते हैं.
रॉबिन उथप्पा
कर्नाटक के 35 वर्षीय सीनियर बल्लेबाज़ रॉबिन उथप्पा ने भारतीय टीम के लिए अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर की शुरुआत 2006 में इंदौर वन-डे से की थी. तब से अब तक केवल 46 वन-डे अंतरराष्ट्रीय और 13 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं. इन मैचों में उनका प्रदर्शन भी लगभग औसत दर्जे का ही रहा है.
46 वन-डे मैचों में उथप्पा ने 25.94 के औसत से 934 रन बनाए हैं. इस दौरान उनके नाम 6 अर्धशतक भी लगाए हैं. इसके अलावा टी20 में भी उन्होंने 24.90 के औसक से 249 रन बनाए हैं. 19 जुलाई को अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने के बाद टीम से बाहर चल रहे उथप्पा जल्द ही सक्रिय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से खुद को दूर कर सकते हैं.