अगले साल टी ट्वेंटी विश्वकप भारत में होगा. अब सिर्फ कुछ ही महीने बचे है, और हर टीम इसकी तैयारियों में जुटी है. ये विश्वकप हर टीम के लिए काफी महत्वपूर्ण है. भारत ने 2007 में ये टूर्नामेंट जीता था, तो 2014 में फाइनल में पहुंचे थे. एक बार फिर भारत ये टूर्नामेंट जीतना चाहेगा, लेकिन भारत को ये रणनीती बनानी होगी.
रैना को आगें बल्लेबाजी करने के लिए भेजना चाहिए:
रैना टी ट्वेंटी में काफी शानदार बल्लेबाज है. और उनके नाम टी ट्वेंटी में काफी रन भी है. आईपीएल में सीएसके के लिए रैना तीसरे नंबर पर खेलते है, और काफी शानदार प्रदर्शन किया है. और भारत को भी उन्हें तीसरे नंबर पर भेजना चाहिए. वे अकेले भारतीय बल्लेबाज है, जिन्होंने शतक लगाया है टी ट्वेंटी में.
अच्छा अॉल राउंडर:
युवराज सिंह के जाने के बाद, भारतीय टीम को कोई अच्छा अॉल राउंडर नहीं मिला है. रविंद्र जाडेजा पिछले कुछ महिनों में अच्छा नहीं कर पाये है, और उन पर विश्वास करना मुश्किल होगा. तो बिन्नी ने भी कुछ खास नहीं किया है. इनके अलावा भारत आईपीएल में धमाल मचाने वाले, हार्दिक पांड्या, दिपक हुडा, और पवन नेगी पर भी नजरे होंगी.
ज्यादा स्पिनर खिलाना:
आईपीएल में हमने सीएसके को देखा है, जो ज्यादा स्पिनर खिलाकर कमाल करती है. सुरेश रैना वो भूमिका अच्छे से निभा सकते है, और रवीचन्द्र अश्विन तो मुख्य स्पिनर है ही. उसके अलावा, पवन नेगी और दीपक हुडा भी है, जो वक्त आने पर अच्छी गेंदबाजी भी कर सकते है.
रहाणे का बतौर ओपनर खेलना:
धवन और रोहित की जोडी शानदार है, लेकिन रोहित मिडल अॉर्डर में भी बल्लेबाजी कर सकते है. रहाणे आईपीएल में बतौर ओपनर ही खेलते है, और इस वजह से रहाणे ओपनर और रोहित मिडल में खेलेंगे तो भारत के लिए अच्छा ही होगा.
धोनी का बैटिंग क्रम:
धोनी भारत के लिए काफी महत्वपूर्ण खिलाडी है. उन्होंने अपने पुरानी तकनीक को भी वापस लाने का अभ्यास किया है. जब वे अपने शबाब पर होते है, तब उनको रोकना काफी मुश्किल रहता है. और इस विश्वकप में भी धोनी को आक्रमक बल्लेबाजी करनी चाहिए.
तेज गेंदबाजों का चुनाव:
भारतीय गेंदबाज निरंतरता से कभी भी अच्छा प्रदर्शन नहीं करते. और इसी वजह से भारतीय गेंदबाज पीटते है. भारत को विकेट लेने वाले गेंदबाजों को चुनना चाहिए. आईपीएल में हर्शल पटेल जैसे गेंदबाजों ने अच्छा किया था, और उनको मौका मिला, तो हमे हैरानी नहीं होगी.