भारतीय क्रिकेट इस देश में कई बार गौरव के पलों का अहसास करवा चुका है। भारतीय क्रिकेट को विश्व क्रिकेट में एक सर्वोच्च स्थान हासिल है। भारतीय क्रिकेट के आगाज के बाद भारत को यहां तक पहुंचाने में कई दिग्गजों का हाथ रहा जिसमें कप्तान के रूप में भारत को कई नेतृत्वकर्ता मिले जिनकी सूझ-बूझ के दम पर आज भारत यहां तक पहुंचा है।
सौरव गांगुली और एमएस धोनी की कप्तानी के इन 8 फैसलों ने बदली भारतीय क्रिकेट की तस्वीर
भारत का शुरुआती सफर वैसे तो कुछ खास नहीं रहा और इसमें मिला-जुला प्रदर्शन ही देखने को मिला। भारत की टीम ने भले साल 1983 में कपिल देव की कप्तानी में विश्व कप का खिताब जरूर जीता था लेकिन इस टीम में कई ऐसी कमी थी जिसको पूरा करना था।
इस कमी को पूरा करने का श्रेय भारत के दो बड़े पूर्व कप्तानों को दिया जाता है जिसमें सौरव गांगुली और महेन्द्र सिंह धोनी रहे हैं। सौरव गांगुली ने कप्तानी संभालने के बाद भारत की क्रिकेट में जान सी फूंक दी। जिसके बाद धोनी ने अपने कुछ फैसलों से इसे आगे बढ़ाया। तो आपको बताते हैं धोनी और गांगुली की कप्तानी में वो 8 फैसले जिसने बदली भारतीय क्रिकेट की तस्वीर….
सौरव गांगुली ने वीरेन्द्र सहवाग को दिया ओपनिंग में मौका
आज भारतीय क्रिकेट में वीरेन्द्र सहवाग का कितना बड़ा नाम है ये किसी को बताने की जरूरत नहीं है। वीरेन्द्र सहवाग भारतीय क्रिकेट ही नहीं बल्कि विश्व क्रिकेट इतिहास के सबसे सफलतम सलामी बल्लेबाज रहे जिन्होंने और ओपनर के तौर पर जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए अपनी एक अलग और विशिष्ट पहचान बनायी।
वीरेन्द्र सहवाग ने वैसे तो अपने करियर की शुरुआत मध्यक्रम के बल्लेबाज के रूप में की थी। वो कुछ मैच मध्यक्रम में खेलने के बाद सौरव गांगुली के द्वारा ओपनिंग में ट्राइ किए गए। इसके बाद वीरू ने एक सलामी बल्लेबाज के रूप में जो किया उसकी छाप पूरे क्रिकेट जगत ने देखी। वीरेन्द्र सहवाग को क्रिकेट जगत का सबसे खतरनाक ओपनर माना जाता है।
सौरव गांगुली ने तो एक बार खुलासा किया था कि खुद वीरेन्द्र सहवाग ने आगे आकर ओपनिंग बल्लेबाज के रूप में अजमाने की बात कही थी। वीरू ने कहा था कि अगर वो ओपनिंग में मिले मौके पर फ्लॉप हो जाए तो उन्हें टीम से बाहर कर देना। इसके बाद गांगुली ने उन पर भरोसा किया और आज पूरा क्रिकेट जगत वीरू की सलामी बल्लेबाजी का मुरिद है।