आईपीएल का अंतिम मुकाबला चेन्नई सुपर किंग्स और सनराइजर्स हैदराबाद के बीच खेला जाना है. यह मुकाबला काफी शानदार साबित होने वाला है. आईपीएल की शुरुआत से ही यह दोनों टीमें टॉप पर चल रही थी. इसी के साथ ही अब फाइनल मुकाबले में भी पहुँच गयी हैं.
चेन्नई सुपर किंग्स ने प्ले ऑफ के पहले मुकाबले के बाद ही फाइनल में अपनी जगह बना ली थी, तो वहीं हैदराबाद को इसके लिए संघर्ष करना पड़ा. हैदराबाद ने कोलकाता नाईट राइडर्स के खिलाफ एलिमिनेटर राउंड खेला था, जिसमें हैदराबाद ने 13 रन से जीत हासिल की थी.
इसी के साथ ही कोलकाता नाईट राइडर्स के मुख्य कोच जैक कैलिस का मानना था कि उनकी टीम कोलकाता तीसरी बार भी आईपीएल का खिताब अपने नाम कर सकती है. द टाइम्स ऑफ इंडिया के लिए लिखते हुए कैलिस ने कहा कि, “यह एक मैच था जो कोलकाता को जीतना चाहिए था, जबकी सनराइजर्स ने 14 रनों से खेल जीतने और फाइनल में जगह बनाने के लिए बेहतर प्रदर्शन किया था.”
कैलिस ने लिखा, “रात की अच्छी नींद कई बीमारियों को दूर करने में मदद कर सकती है. और यह निश्चित रूप से खेल में मिली हार की निराशा को कम कर सकती है, लेकिन यह इस तथ्य को नहीं बदलेगी कि हमने एक गेम खो दिया है, जिसे हमें जीताना चाहिए था. सनराइजर्स से इसे जीतने के बजाए हमने इसे खो दिया.”
कैलिस ने उन परिस्थितियों पर जोर दिया जिनके तहत कोलकाता नाईट राइडर्स की टीम हार गई. उन्होंने कहा,
“राशिद खान की 10 गेंदों में 34 रनों की मदद से सनराइजर्स ने कुल 174 रन बनाए, इससे पहले कोलकाता उपर चल रही थी. बाद में, केकेआर ने लक्ष्य का पीछा किया तब 2 विकेट के नुक्सान पर 87 रन थे, स्थिति हमारे नियंत्रण में थी. 31 रनों के लिए अपने अगले चार विकेट खो दिए. यंग शुभमन गिल ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया, लेकिन यह केकेआर के लिए पर्याप्त नहीं था.”
कैलिस ने बताया कि,
“यह हार भूल पाना कठिन है. हमने इस साल के टूर्नामेंट में कुछ शानदार जीत हासिल की थी, लेकिन मुझे यकीन नहीं है कि हमने किसी भी गेम पर उतना ही प्रभुत्व बनाए रखा है, जितना हमने इस मैच में किया – और हम हार गए.”
“एक कोचिंग परिप्रेक्ष्य से मुझे विशवास था कि 90 प्रतिशत तक खेल हमारे हाथों में है. मुझे लगता है कि हमने कितना प्रभुत्व महसूस किया. तो जब आप इस उम्मीद के बाद भी गेम नहीं जीतते हैं तो शायद आपके पास खुद को दोष देने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचता.”
“यह कहकर कि, प्रत्येक कार्रवाई के लिए एक प्रतिक्रिया होती है और यह पूरी तरह से गलत होगा कि सनराइजर्स को श्रेय न दें, जिन्होंने लम्बे समय से काफी ज्यादा मेहनत की है साथ ही कभी हार नहीं मानी. वे एक शानदार टीम हैं और यह पहली बार नहीं था जब उन्होंने एक गेम जीता था, जिसे वे हारने की कगार पर लग रहे थे.”