IPL 2022 के समाप्त हुए एक हफ्ते से भी ज्यादा हो चुका है और अब सभी का ध्यान भारत-साउथ अफ्रीका के बीच होने वालो टी20 सीरीज पर टिकी हुई है। लेकिन इसी बीच टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर और कमेंटेटर आकाश चोपड़ा (Aakash Chopra) को अचानक ही आईपीएल 2022 के फाइनल की याद आ गयी। इस फाइनल मुकाबले में इनका मानना है कि राजस्थान रॉयल्स के कप्तान संजू सैमसन का विकेट ही टर्निंग प्वाइंट था।
आकाश चोपड़ा को याद आयी IPL 2022 फाइनल की याद
टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर और कमेंटेटर Aakash Chopra को अचानक ही आईपीएल 2022 के फाइनल मुकाबले की याद आयी जिसमें गुजरात टाइटंस ने राजस्थान रॉयल्स को मात देकर अपना डेब्यू खिताब जीतने में कामयाब रही। उनका मानना है कि इस फाइनल मुकाबले में राजस्थान रॉयल्स के कप्तान संजू सैमसन का विकेट ही इस फाइनल का टर्निंग प्वाइंट रहा। उनका मानना है कि अगर संजू ने थोड़ी देर और टिक कर बल्लेबाजी की होती तो राजस्थान रॉयल्स अपना दूसरा खिताब जीतने में कामयाब हो पाती।
संजू के विकेट को माना टर्निंग प्वाइंट
आईपीएल 2022 के फाइनल मुकाबले को खत्म हुए एक हफ्ते से ज्यादा हो गया है लेकिन Aakash Chopra ने अब जाकर इस लीग के फाइनल मुकाबले पर बात करते हुए राजस्थान रॉयल्स के कप्तान संजू सैमसन के विकेट को सबसे बड़ा टर्निंग प्वाइंट बताते हुए कहते हैं-
“संजू सैमसन को आगे बढ़ना होगा। उन्हें काफी अच्छी शुरूआत मिली लेकिन वे उन्हें बड़े स्कोर में बदलने में नाकाम रहे। फाइनल मुकाबले में भी हार्दिक पांड्या के खिलाफ उनका विकेट सबसे बड़ा टर्निंग प्वाइंट था। उन्हें 150 के स्कोर की जरुरत थी और अगर संजू होता तो वो आसानी से इस स्कोर को बना लेते।”
Aakash Chopra ने संजू की कप्तानी की तारीफ करते हुए कहा-
“संजू सैमसन एक कप्तान के तौर पर शानदार रहे। उन्होंने अपनी गेंदबाजों का शानदार तरीके से प्रयोग किया है। हालांकि वो टॉस हार गये लेकिन फिर भी वे ऐसे स्कोर का बचाव करने में सक्षम थे जो बहुत बड़े नहीं थे।”
चहल की गेंदबाजी का श्रेय कप्तान को दिया
Aakash Chopra ने एक यूट्यूब चैनेल से बातचीत करते हुए युजवेंद्र चहल की गेंदबाजी पर भी कहा। बता दें कि इस सीजन में चहल सबसे ज्यादा विकेट चटकाने वाले गेंदबाज थे जिसने 17 मैचों में 7.75 की इकोनॉमी रेट से गेंदबाजी करते हुए 27 विकेट चटाकाये थे।
“युजवेंद्र चहल ने इतने सारे विकेट लिए लेकिन कुछ का श्रेय तो कप्तान संजू को भी जाता है क्योंकि इन्होंने ही चहल को डेथ ओवर्स में गेंदबाजी करायी थी। उन्होंने चहल को गेंदबाजी दी उनसे फिल्डिंग करवाई। उन्होंने चहल को आक्रमण करने के लिए कहा और जब उन्हें चौके छक्के पड़े तब वे उनसे नाराज भी नहीं हुए। इसके अलावा जब चीजें उनके अनुसार नहीं चली तो वे अपना संयम भी नहीं खोए।”
बता दें कि आईपीएल के फाइनल मुकाबले में हार्दिक पांड्या की कप्तानी में गुजरात टाइटंस ने अपने डेब्यू सीजन में ही राजस्थान रॉयल्स को हराकर खिताब जीतने में कामयाब रही।