अभिनव मुकुंद ने भारत के लिए 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ पदार्पण किया था, लेकिन तब से अब में काफी कुछ बदल चुका हैं. अभिनव मुकुंद ने महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में पदार्पण किया था और उनके साथ विराट कोहली ने भी पदार्पण किया था, जो अब भारत के लिए 22 टेस्ट मैचों में कप्तानी कर चुके हैं. अभिनव मुकुंद को बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट मैच में भारतीय टीम में जगह मिली हैं. ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध खेले जाने वाले अभ्यास मैच में इंडिया ए के कप्तान होगे हार्दिक पंड्या
बांग्लादेश के खिलाफ भारतीय ए टीम की कप्तानी करने के बाद अभिनव मुकुंद भारतीय टीम से जुड़ गये हैं और उन्होंने अजिंक्य रहाणे और कोच अनिल कुंबले के साथ अभ्यास भी किया.
अभिनव मुकुंद ने कहा, कि “मुझे ऐसा लग रहा हैं की मैं पदार्पण कर रहा हूं. भारत के लिए खेले हुए मुझे काफी समय हो गया हैं. काफी कुछ बदल गया हैं और अब भी हम नंबर 1 टेस्ट टीम हैं.” हैमिल्टन वनडे : न्यूजीलैंड ने सीरीज अपने नाम की , रॉस टेलर ने रिकार्ड्स, युवराज सिंह को पछाड़ हासिल किया उनका स्थान
अभिनव मुकुंद ने कहा, कि
“मेरा अच्छे से स्वागत किया गया. सभी को पता हैं, कि 5 साल बाद वापसी करना आसान नहीं हैं. विराट कोहली मेरे साथ खेलते थे और अब दुनिया के सबसे बेहतरीन बल्लेबाज हैं और उनको अभ्यास करते देखने का एक अलग ही मज़ा हैं.”
उन्होंने कहा, कि “अब मैं काफी आत्मविश्वास से भरा हुआ हूं. बतौर खिलाड़ी मैं काफी परिपक्व हो गया हूं. अगर मुझे मौका मिला तो मैं थोड़ा नर्वस रहूंगा, लेकिन मैं पहले से बेहतर हूं. जब मैनें पदार्पण किया था, तब मैं 21 साल का था और अब मुझे काफी समझ आ गयी हैं और मैं बेहतर बन गया हूं.” OMG! विराट कोहली और जिनिलिया का अन्तरंग विडियो हो रहा है वायरल
उन्होंने आगे कहा, “मैं हर सीजन अच्छा करता आया और मुझे अब मौका मिला हैं. मैनें कभी हार नहीं मानी और ये सोचा, कि हर मैच में बड़ा स्कोर करना हैं और मैं वैसा ही करता गया और उसका फल मुझे मिला और मुझे भारतीय टीम में फिर से जगह मिली. मैनें इस रणजी सीजन 4 शतक लगाए और दुलीप ट्रॉफी में भी शतक लगाए. मैं मौका ना मिलने से निराश होता था, लेकिन मैनें अच्छा करने का प्रण लिया और अच्छा करता गया. मुझे पता भी नहीं था, कि टीम का चयन कब हैं और मुझे मौका मिल गया हैं, ये खबर सुनकर मैं काफी खुश हुआ.”
मुकुंद के अनुसार,
“मैं मुरली विजय और लोकेश राहुल से सलाह लूंगा. उन दोनों ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया हैं और अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में कैसे निरंतरता से प्रदर्शन किया जाए ये मैं मेरे दोनों सलामी जोड़ीदार से पूछुंगा.”