एक वक्त था जब क्रिकेट और फिक्सिंग को लोग उसी तरह मानते थे, जैसे जय-वीरू की दोस्ती हों जिसे कभी अलग नहीं किया जा सकता है, लेकिन इस बात को बीसीसीआई के एंटी करप्शन यूनिट के चीफ अजीत सिंह धता बताते हुए दिख रहे हैं। वे इस पर कड़ी कार्रवाई करते हुए बोल रहे हैं कि खिलाड़ी हो तो धोनी और कोहली जैसा, जिन पर सट्टेबाज अपना समय नहीं गंवाते हैं।
तमिलनाडु प्रीमियर लीग के बाद क्रिकेट पर फिर से लगने लगे फिक्सिंग के आरोप
तमिलनाडु प्रीमियर लीग में लग रहे फिक्सिंग के आरोप के बाद एक बार फिर से यह सवाल उठने लगे हैं कि क्या ‘जेंटलमैन गेम’ कहे जाने वाले क्रिकेट में यह सब करना इतना आसान है। जिस पर BCCI के एंटी करप्शन यूनिट के चीफ अजीत सिंह ने युवाओं को इस तरह से किसी भी मामले से दूर रहने की सलाह दी है।
अजीत सिंह ने साफ कहा कि विराट कोहली और महेंद्र सिंह धौनी जैसे बड़े खिलाड़ियों के पीछे कभी भी सट्टेबाज या फिक्सर अपना वक्त बर्बाद नहीं करते हैं, क्योंकि इन्हें पता होता है कि ये लोग इस तरह के मामले में कभी नहीं फंसेंगे।
फिक्सिंग पर आईएएनएस से बात करते हुए ACU चीफ ने कहा,
“अगर आप मुझसे पूछे तो आज के स्टार खिलाड़ी इस तरह से मामले में शामिल होने से पाने से ज्यादा सबकुछ खो सकते हैं। जरा सोचिए, अगर विराट कोहली या धौनी जैसे खिलाड़ी इसमें शामिल होते हैं तो यहां सिर्फ पैसों की बात नहीं होगी, बल्कि उनका नाम और रुतबा भी दांव पर रहेगा। वो ऐसी चीजों के लिए अपने नाम को कुर्बान नहीं कर सकते हैं। उनका नाम इन सब चीजों से कहीं बड़ा है।”
युवा क्रिकेटर आते हैं इसके गिरफ्त में
अजीत ने कहा कि इस तरह के मामले में अक्सर वो ही खिलाड़ी गिरफ्त में आते हैं, जो क्रिकेट जगत में नए होते हैं, जिसका किन्हीं कारणों से टीम में चयन नहीं हो पाता है। इन खिलाड़ियों को पता ही नहीं चलता है कि आखिर में हो क्या रहा है। उनकों इतने ज्यादा पैसे दिए जाते हैं कि वो इसकों नकार ही नहीं पाते हैं।